ढाई दशक से अधूरा पड़ा है दरौरा का प्राथमिक विद्यालय, पढ़ने एवं वोट डालने जाना पड़ता हैं दूसरे गाँव
करहाँ, मु.बाद गोहना, मऊ। शिक्षा क्षेत्र मुहम्मदाबाद गोहना स्थित दरौरा एक ऐसा दुर्भाग्यशाली गाँव है जहाँ आज भी प्राथमिक विद्यालय नहीं है। 25 वर्षो से अधिक समय से अधूरा पड़ा विद्यालय का निर्माण विकास को मुँह चिढ़ा रहा है। आज भी इस गाँव के बच्चे एवं मतदाता पड़ोसी गाँव के स्कूल में पढ़ने एवं लोकसभा, विधान सभा का मतदान करने जाते हैं।
ज्ञातव्य हो कि विकास के इस दौर में भी शिक्षा, स्वास्थ्य और पेयजल की समस्या से कई गाँव महरूम हैं। इसमें से एक गाँव करहाँ बाजार के पास स्थित दरौरा गाँव भी एक है। जहाँ आज भी न तो शुद्ध पेयजल की कोई सुविधा है, न अस्पताल है और न ही सरकारी प्राथमिक विद्यालय। जबकि अधर में लटके 25 वर्ष से अधिक समय से जर्जर हो चुके प्राथमिक विद्यालय के ढांचे के ठीक सामने अब एक विशाल निजी पब्लिक स्कूल संचालित होता है। करहाँ-शमशाबाद रोड के ठीक किनारे सरपतों और झाड़ियों से घिरा हुआ यह आधा-अधूरा भवन व्यवस्था के ऊपर एक काला धब्बा बना हुआ है। बरामदे में छत तो लगी लेकिन मुख्य भवन की छत कभी नहीं लग पाई थी कि यह भवन विवाद की भेंट चढ़ गया। यह विद्यालय आज भी अपनी पूर्णता की राह देख रहा है। जबकि जंगला-खिड़की और बचे मैटेरियल अज्ञात चोर उठा ले गए।
दरौरा गाँव के बच्चे आज भी पढ़ने के लिए वर्तमान में पडोसी गाँवों शमशाबाद, नगपुर और माहपुर के प्राथमिक विद्यालयों में जाते हैं। इसके अलावा 1200 से अधिक वोटरों का गाँव विद्यालय भवन के अभाव में लोकसभा एवं विधानसभा का वोट डालने शमशाबाद चलकर जाता है। हालांकि पिछले कुछ वर्षों में दो आंगनबाड़ी केंद्र और हाल ही में पंचायत भवन का निर्माण हो गया परंतु विद्यालय की सुधि किसी ने नहीं लिया।
लगभग 25 वर्ष पहले तत्कालीन ग्रामप्रधान अली अहमद के प्रस्ताव पर दो बार पास हुआ यह विद्यालय भवन विवाद की भेंट चढ़ गया। दपेहड़ी निवासी तत्कालीन प्रधानाध्यापक लौटू राम के नेतृत्व में यह बनना शुरू हुआ था लेकिन काम रुका तो रुका ही रह गया। ग्रामीणों की माँग है कि कम से कम उनके गाँव मे भी एक अदद प्राथमिक विद्यालय का निर्माण हो।
ग्राम प्रधान दरौरा मोहम्मद अशफाक का कहना है कि कुछ माह पहले तहसील दिवस पर अपने गाँव में प्राथमिक विद्यालय हेतु डीएम महोदय को ज्ञापन दिया था। आशा थी कि इस पर सम्बंधित अधिकारी संज्ञान लेंगे। उपचुनाव बाद एक बार पुनः जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को ग्रामसभा की तरफ से प्रार्थना पत्र सौंपा जाएगा।
-यह मामला हमारे संज्ञान में कुछ माह पहले लाया गया था, जिसे विभागीय उच्चाधिकारियो को अवगत कराया गया था। अगर कोई भी निर्देश आएगा तो उसका अनुपालन सुनिश्चित किया जाएगा।
-रविप्रकाश, खण्ड शिक्षा अधिकारी, मुहम्मदाबाद गोहना
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