करहाँ के कृषक प्रशिक्षण में 400 किसानों को गेहूं के बीज व सूक्ष्मजीवी किट का मुफ्त वितरण

करहाँ के कृषक प्रशिक्षण में 400 किसानों को गेहूं के बीज व सूक्ष्मजीवी किट का मुफ्त वितरण


जैविक खेती से किसानों को होंगे फायदे ही फायदे : डॉ. हर्षवर्धन


करहां, मु.बाद गोहना, मऊ। हमारे किसानों को रासायनिक और जहरीली खेती को छोड़कर जैविक खेती की तरफ बढ़ना चाहिए क्योंकि जैविक खेती से उन्हें अनेक फायदे होने सुनिश्चित होंगे। रासायनिक खेती की अपेक्षा जैविक खेती से उपज बढ़ेगी तथा वह ज्यादा दिन तक सुरक्षित और टिकाऊ बनी रहेंगी। परंपरागत खेती की बजाय लागत भी काम आएगी एवं बढ़ी उपज से उनकी फसलों के अच्छे मूल्य भी मिलेंगे। किसानों का स्वास्थ्य उत्तम बनेगा तथा दवाओं पर होने वाला खर्च कम होगा, साथ ही वह एक उत्पादक से निर्यातक की भूमिका में भी आ जाएंगे।


उक्त बातें राष्ट्रीय कृषि उपयोगी सूक्ष्मजीव ब्यूरो कुशमौर, मऊ के प्रधान वैज्ञानिक डॉक्टर हर्षवर्धन सिंह ने कहीं। वे मुहम्मदाबाद गोहना विकास खंड के गद्दोपुर स्थित करहाँ मील पर एक कृषक गोष्ठी व निःशुक्ल बीज वितरण कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। यह कार्यक्रम राष्ट्रीय कृषि उपयोगी सूक्ष्मजीव ब्यूरो कुशमौर व दपेहड़ी फॉर्मर प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड के तत्वाधान में आयोजित हुआ। उक्त दोनों के बीच तीन वर्षीय अनुबंध पत्र पर हस्ताक्षर किए गये। इस गोष्ठी में ब्लॉक के 400 किसानों को मुफ्त गेहूं का बीज व सूक्ष्मजीवी किट प्रदान की गई।



कार्यक्रम की अध्यक्षता एनबीएआईएम के वरिष्ठ वैज्ञानिक वी. मंगेश्वरन ने की। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि एनबीएआईएम के वैज्ञानिक डॉक्टर ज्योतिप्रकाश सिंह, उप मुख्य पशु चिकित्साधिकारी मुहम्मदाबाद गोहना डॉक्टर ए.के. सिंह, जिला उद्यान अधिकारी मऊ संदीप कुमार गुप्त व सहायक विकास अधिकारी कृषि मुहम्मदाबाद गोहना संतोष कुमार मिश्रा आदि ने भी किसानों को संबोधित किया। डॉक्टर अमित कुमार सिंह ने अपने उद्बोधन में पशुपालन, दुग्ध विकास, दुग्ध दोहन सहित सरकार की नंद बाबा पुरस्कार योजना के बारे मे जानकारी दी।



कार्यक्रम में कवि लछिराम प्रसाद ने स्वागत गीत सुनाया। संचालन, स्वागत भाषण व आभार प्रदर्शन एफपीओ के चेयरमैन चंद्रपाल चौहान ने किया।


इस कार्यक्रम के अन्य सहयोगी संस्थानों में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद, राष्ट्रीय कृषि उपयोगी सूक्ष्मजीवी ब्यूरो, उद्योग एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग आदि शामिल रहे। क्षेत्रीय किसान संजय कुमार दपेहड़ी, शिवमूरत प्रसाद मालव, नाथू यादव दतौली, जयश्रीराम शमशाबाद ने अपने जैविक कम्पोष्ट से खेती करने के अनुभव साझा किए।



कार्यक्रम में मुख्य रूप से कुँवर अज़ीत सिंह, चन्द्रभान राम, हिलोल चकदार, अनिल कुमार सिंह, अरुण कुमार यादव, बलदेव प्रसाद, राधिका देवी, अफरोज खां, सुशीला गोंड़, कपिलदेव राम, अशफ़ाक अहमद, बेचनी देवी, विकास सरोज, एखलाक अहमद शांति देवी, किशुनी देवी, चंदन राव, शैलेश चौहान, विकास सरोज आदि शामिल रहे।



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