कठिन परिश्रम का दूसरा कोई विकल्प नहीं:- जिलाधिकारी अरुण कुमार
करहां, मुहम्मदाबाद गोहना, मऊ। छात्र जीवन व्यक्तित्व निर्माण की एक प्रमुख कड़ी है। इसमें माता-पिता और शिक्षकों का सहयोग बहुत जरूरी है। विद्यार्थियों को कठिन परिश्रम से भागना नहीं चाहिए क्योंकि कठिन मेहनत का कोई दूसरा विकल्प नहीं होता।
उक्त बातें मुहम्मदाबाद गोहना तहसील के एपीबीपी स्मृति बालिका इंटर कालेज में सोमवार को आयोजित एक योग्यता पुरस्कार वितरण समारोह में मऊ के डीएम अरुण कुमार ने कहीं। उन्होंने 16 विद्यार्थियों को प्रभावती तिवारी योग्यता पुरस्कार वितरित किया। इसके अंतर्गत उन्हें चेक एवं प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया गया।
बता दें कि यहां प्रति वर्ष कक्षा 9, 10,11 एवं 12 के विद्यार्थियों की एक निष्पक्ष एवं सख्त योग्यता परीक्षा कराई जाती है, जिसमें उक्त सभी कक्षाओं में प्रथम तीन स्थान प्राप्त करने वाले एवं एक सांत्वना पुरस्कार समेत 16 ग्रामीण क्षेत्र के मेधावी विद्यार्थियों को इस पुरस्कार राशि से लाभान्वित किया जाता है; ताकि अन्य बच्चे भी कड़ी मेहनत करने के लिए प्रेरित हों। यह पुरस्कार राशि राष्ट्रीय वित्तीय रिपोर्टिंग भारत सरकार के सदस्य प्रवीण कुमार तिवारी अपनी स्वर्गीय पूजनीया माताजी प्रभावती तिवारी की स्मृति में प्रति वर्ष उपलब्ध कराते हैं। बता दें कि उनकी माताजी का मायका यहीं सुरहुरपुर में है इसलिए उन्होंने इसी गांव के विद्यालय में उक्त पुरस्कार देना स्वीकार किया है। सोमवार को वह स्वयं सभा की अध्यक्षता करते हुए नज़र आये।
रौशनी शर्मा, धर्मेश चौहान, पूनम चौहान व प्रीति कुमारी को प्रथम पुरस्कार हेतु चेक व प्रमाणपत्र दिया गया। चांदनी प्रजापति, नवीन कुमार, अपर्णा चौहान व दीपांजली गोंड़ को द्वितीय पुरस्कार प्रदान किया गया। खुशी चौहान, हृदय यादव, रोली यादव व अल्पना चौहान को तृतीय पुरस्कारों से नवाजा गया जबकि उत्कर्ष श्रीवास्तव, अमन राजभर, अमीषा कौल व खुशबू चौहान को सांत्वना पुरस्कार से संतोष करना पड़ा।
जिलाधिकारी अरुण कुमार ने बच्चों से कहा कि कठिन परिश्रम का और कोई दूसरा विकल्प नहीं है। इसलिए सभी बच्चे ईमानदारी पूर्वक पूरी लगन से हमेशा कठिन परिश्रम के लिए तैयार रहें। विनम्रता, सहजता और सरलता के साथ जीवन निर्वाह करें। अन्य चीजों में अपना ध्यान भटकाने की बजाय लक्ष्य प्राप्ति पर निगाह बनाये रखें। माता-पिता का सहयोग लें उनका सम्मान करें एवं अपने शिक्षकों से अपनी जिज्ञासाओं के समाधान के लिए प्रश्न पूछें।
डॉक्टर सेन पाठक ने अमेरिका से लाइव उद्बोधन में सबका स्वागत करते हुए योग्यता पुरस्कार प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को बधाई दी। उन्होंने असफल विद्यार्थियों को हतोत्साहित हुए बगैर और अधिक कठिन मेहनत करने के लिए प्रेरित किया। सभाध्यक्ष प्रवीण तिवारी ने कहा कि माताजी के नाम पर योग्यता पुरस्कार देने का तात्पर्य यह है कि छात्रों के व्यक्तित्व पर माता के आनुवंशिक गुणों का ज्यादा प्रभाव पड़ता है। इसलिए बच्चे मातृशक्ति से ज्यादा जुड़ाव रखते हैं।
कार्यक्रम की औपचारिक शुरुआत राष्ट्रीय गीत वंदेमातरम से और समापन राष्ट्रगान से हुआ। गणमान्य आगत अतिथियों ने वैदिक मंगलाचरण एवं स्वस्तिवाचन के बीच सरस्वती माता एवं भारत माता के चित्र पर पूजन-अर्चन, माल्यार्पण-पुष्पार्चन कर दीप जलाया। छात्राओं ने मनोहारी सरस्वती वंदना एवं स्वागत गीत प्रस्तुत कर शमां बाँधा। संस्था प्रमुख अशीत कुमार पाठक एडवोकेट एवं प्रधानाचार्या कुसुम राय ने गणमान्य अतिथियों को बैज अलंकरण, अंगवस्त्रम, प्रतीक चिन्ह व बुके भेंटकर स्वागत सम्मान प्रकट किया। कार्यक्रम का संचालन कुँवर अज़ीत सिंह ने तो आभार प्रदर्शन अशीत कुमार पाठक ने किया। इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से उपजिलाधिकारी मुहम्मदाबाद गोहना हेमंत कुमार चौधरी, पंकज तिवारी, मनीष सिंह, सुरेश पाठक, महेंद्र राय, बृजेश तिवारी, धर्मदेव यादव, चंदन उपाध्याय, तारकेशनंद पाठक, नर्बदेश्वर द्विवेदी, रेनू पाठक, विशाल गुप्ता, भुवनेश्वर दूबे, विद्यावती देवी, त्रिपुरारी दूबे, विमलेश यादव, दीपक पाठक, रामसमुझ यादव, पप्पू यादव, सुरेंद्र दूबे सहित सैकड़ों छात्र-छात्राएं मौजूद रहे।
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