अधूरे अमृत सरोवर के नीलामी की तैयारी, रोकने की उठी मांग

अधूरे अमृत सरोवर के नीलामी की तैयारी, रोकने की उठी मांग

◆मछली पालन व सिंघाड़ा डालने हेतु 10 साल के लिए किया जाना है पट्टा

◆लेखपाल की रिपोर्ट पर तहसील क्षेत्र के 17 जलाशयों की लगनी है बोली

■करहाँ (मऊ) : मुहम्मदाबाद गोहना तहसील के 17 पोखरों के नीलामी की तैयारी तहसील प्रशासन ने किया है। इसमें विकसित किये जा रहे कुछ अमृत सरोवर भी हैं। शासन व प्रशासन की विकसित हो रही इस महत्वाकांक्षी परियोजना को मछली पालन व सिघाड़ा उत्पादन के लिए पट्टा किये जाने के निर्णय से संबंधित ग्रामप्रधान व ग्रामीण नाराज़ है। उन्होंने शिकायती पत्रक देकर नीलामी रोकने की मांग किया है।

ज्ञातव्य हो कि समाचार पत्रों में तहसील क्षेत्र के 17 पोखरों की गाटा संख्या व क्षेत्रफल सहित 29 जुलाई को नीलामी करने का विज्ञापन प्रकाशित हुआ है। इसकी रिपोर्ट कब और किस आधार पर तय कर दी गयी, इससे संबंधित ग्रामप्रधान भी अचंभित हैं। आश्चर्य तब हुआ जब शमशाबाद के ग्रामीणों को पता चला कि गांव के विकसित किये जा रहे अमृत सरोवर सहित एक अन्य मनरेगा द्वारा खोदी जा रही पोखरी का भी नाम नीलामी सूची में है। इससे क्षुब्ध ग्रामप्रधान गीता देवी पत्नी रामजीत यादव ने उपजिलाधिकारी मुहम्मदाबाद गोहना एवं ग्रामीण बालेंद्र सिंह ने जिलाधिकारी मऊ को पत्रक देकर स्थलीय निरीक्षण कराके समुचित निर्णय की गुहार लगाई है। साथ ही उक्त की नीलामी को स्थगित करने की मांग भी की है।

क्षेत्रवासी बसंत कुमार सिंह, उमाकांत, जयप्रकाश सिंह, सुरेंद्र कुमार, कंचन कुमार, कल्पनाथ, सुबास आदि का कहना है कि जनहित के इस बड़ी योजना को किसी व्यक्ति विशेष के लिए पट्टा किया जाना उचित नहीं है। जिस उद्देश्य से अमृत सरोवर विकसित किये जा रहे हैं, इससे वह उद्देश्य ही विफल हो जायेगा। साथ ही सुन्दरीकृत किये गये घाट व जलाशय मछली व सिंघाड़े के कूड़े व दुर्गंध से गंदे हो जायेंगे।

●पोखरों को मछली पालन व सिंघाडा उत्पादन के लिए नीलाम किया जाना है। इस सूची में शामिल अमृत सरोवरों को निकाल दिया जायेगा। इस पर कई आपत्तियां व प्रार्थना पत्र प्राप्त हुये हैं।

◆हेमंत कुमार चौधरी, उप जिलाधिकारी.. तहसील- मुहम्मदाबाद गोहना, जिला- मऊ

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