बंदरों के उत्पात से करहां परिक्षेत्र के दर्जन भर गांव त्रस्त
करहां (मऊ) : मुहम्मदाबाद गोहना विकास खंड स्थित करहां परिक्षेत्र के दर्जन भर गांवों में हजारों बंदरो का भयंकर उत्पात है। इनके उपद्रव से हर वर्ग त्रस्त है लेकिन इनका कोई स्थायी समाधान नहीं हो पा रहा है। क्षेत्रीय नागरिकों का कहना है अगर इनसे निजात दिलाने का प्रयास नहीं किया गया तो जनपद के अन्य स्थानों की भांति यहां भी कोई बड़ा हादसा घटित हो सकता है।
बता दें कि गुरादरी मठ से फैलकर वर्तमान में बंदरों का यह हुजूम करहां, दरौरा, माहपुर, नगपुर, महमूदपुर, जमुई, चकजाफरी, मालव, परवा, रसूलपुर, आतागंज, घुटमा, परवा, भैंसहा आदि गांवों में फैल चुका है। यह घरों, छज्जों, बारजो, दीवारों, पेड़ो, टीनशेड, पानी की टंकियों, डिश एंटीना आदि पर भयंकर उत्पात और उछलकूद मचाते हैं तथा महिलाओं, बुजुर्गो, बच्चों, राहगीरों को अपना निशाना बनाते हैं। क्षेत्र के दर्जनों लोंगो को काटकर घायल कर चुके हैं। करहां की गीता देवी को बंदरो ने पांच बार काटा है। इसी प्रकार क्षेत्र के विभिन्न गांवों के दर्जनों लोंगो को उपद्रवी बंदरो ने काटा है।
ग्रामप्रधान करहां पूनम जायसवाल, धीरेंद्र प्रताप, राहुल मौर्य, अशफाक अहमद, शकुंतला देवी, विष्णुकांत श्रीवास्तव, सुनील सिंह, राहुल मद्धेशिया, जयप्रकाश यादव, अनिल भारद्वाज, लखेन्द्र चौहान, परमहंस यादव, आशीष प्रताप, अनिल चौरसिया, आनंद गुप्ता, रामधनी प्रजापति आदि ने प्रशासन व संबंधित विभागों द्वारा बंदरो के उपद्रव से निजात दिलाने की गुहार लगाई है, ताकि भविष्य में किसी बडी दुर्घटना से बचा जा सके और दोहरीघाट के गोठा तथा मधुबन की गांगेबीर जैसी घटना पुनरावृत्ति न हो।
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