कूड़ा, जलजमाव, अधूरे रास्ते व स्वच्छ जल की समस्याओं से जूझ रहा अतरारी गांव
◆नगर पंचायत मुहम्मदाबाद गोहना का है पड़ोसी गांव, विकास कार्यों की होती है तुलना
◆मूलभूत सुविधाओं के अभाव से उठ रही है नगर पंचायत में शामिल करने की मांग
करहाँ/वलीदपुर (मऊ) : मुहम्मदाबाद गोहना ब्लाक के नगर पंचायत क्षेत्र से सटा अतरारी गांव पवित्र तमसा तट पर बसा एक ऐसी ग्राम पंचायत है, जो आजादी के 75 साल बाद भी अनेक मूलभूत सुविधाओं से वंचित है। कहने को यह गांव समृद्ध विरासत एवं बुनकर बाहुल्य होने के बावजूद कूड़े के अंबार पर बसा हुआ है। साथ ही जहां लंबे अरसे से यहां कई रास्तों का निर्माण अधूरा पड़ा है, वहीं जलजमाव, जलनिकासी, स्वच्छ जल के अभाव जैसी अनेक समस्याएं मुंह मुंह बाये खड़ी हैं। सैकड़ों वर्षों पुरानी सुप्रसिद्ध सैय्यद जाफर बाबा व बाबा कासिम की मजार, तमसा तट का धरहरा श्मशान घाट एवं माडर्न स्पोर्टिंग क्लब का फुटबाल मैदान भी जनसुविधाओं से वंचित है।
चूंकि जनसंख्या एवं जनघनत्व के हिसाब से यह क्षेत्र भी नगर पंचायत के अधीन होना चाहिये ताकि नजदीकी मुहम्मदाबाद गोहना नगर पंचायत के विभिन्न वार्डों की भांति यहां का भी समुचित विकास हो सके। हालांकि यह गांव बनारसी साड़ियों के प्रख्यात केंद्र मुबारकपुर मार्ग पर खैराबाद का पड़ोसी गांव है। खैराबाद भी साड़ी उद्योग एवं पुरानी परंपरागत बाजार के लिये जाना जाता है, लेकिन इस गांव का दर्भाग्य है कि यहां के हजारों ग्रामवासी स्त्री-पुरुष अनेक समस्याओं से आज भी त्रस्त हैं।
गांव स्थित मौलवी साहब की बाग व मुबारकपुर मार्ग पर स्थित डाक्टर बाबू के पावरलूम के बगल में कूड़े का अंबार लगा है। जिसकी साफ-सफाई नहीं होने से स्थानीय लोंगो एवं राहगीरों को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है। उसकी सड़ांध से अनेक संक्रामक रोगों का खतरा बना रहता है। अतरारी पुलिस चौकी के निकट जलजमाव से भी भारी दुर्गंध निकलती है। गांव क्षेत्र की अनेक नालियां व खुले बजबजाते नाले स्वच्छता अभियान को मुंह चिढ़ा रहे हैं। मुबारकपुर मार्ग के धरहरा पुल के निकट से देवकली तारन गांव को जोड़ने वाले रास्ते का निर्माण जहां महीनों से लंबित है, वहीं धरहरा पुल से चलिसवां गांव का जाने वाला रास्ता भी बदहाल है। जबकि यह रास्ता अतरारी को आधा दर्जन पड़ोसी गांवों से जोड़ने वाला मार्ग है। गांव में स्वच्छ जल के संसाधनों की भी नितांत आवश्यकता है। जलजीवन मिशन की हर घर नल योजना का काम जहां काफी पीछे है, वहीं अनेक हैंडपंप भी खराब पड़े हैं। मुबारकपुर रोड से नदी तट को जाने वाले दो नालों का काम भी अधूरा है। जहां उनकी नियमित सफाई नहीं होती वहीं पूरे नाला क्षेत्र में पटिया नहीं लगाने के कारण आवागमन में असुविधा होती है।
●लगभग 20 साल पहले विधायक निधि से बने दो नालों की सफाई नहीं की जाती। करीब आधे नाले पर आज भी पटिया नहीं लगी है जबकि कुछ पटिया टूट गयी है। इससे करीब 50 घरों के आवागमन में दिक्कत होती है।
◆शाहिद रज़ा, अतरारी
●गांव में लगभग एक दर्जन निजी जमीनों पर कूड़े का अंबार लगा हुआ है। इससे संक्रामक बीमारियां अपना पांव पसार रही हैं एवं आने जाने में दुर्गंध का सामना करना पड़ता है। कूड़ा निस्तारण की शीघ्र व्यवस्था की जाय।
◆इकरार अहमद, अतरारी
●जलनिकासी के लिए क्षेत्र पंचायत से बना नाला एक दशक से क्षतिग्रस्त है। इससे लोंगों के घरों से निकलने वाला गंदा पानी पुलिस चौकी के निकट गंदे तालाब में परिवर्तित हो गया है। इसकी सडांध से मोहल्लेवासी त्रस्त हैं।
◆प्रमोद कुमार चौधरी, अतरारी
●अतरारी से पड़ोसी जनपद के देवकली तारन को जाने वाले मार्ग के निर्माण के लिए मिट्टी तो डाली गई, लेकिन लंबे समय से दीवाल व खड़ंजा नहीं बनने से आवागमन में भारी असुविधा हो रही है।
◆प्रयागजी गौतम, धरहरा अतरारी
●ग्राम पंचायत अतरारी के राजस्व गांव धरहरा में स्वच्छ पेयजल की सुविधाओं का अभाव है। अनेक हैंडपम्प खराब पड़े हैं तो हर घर नल योजना भी अधर में हैं।
◆ज्ञानती देवी, अतरारी
●अतरारी की अनेक तंग गलियां नाली, पटिया, पाइपलाइन, इंटरलाकिंग व उलझे बिजली के तारों की समस्या से ग्रस्त हैं। उक्त समस्याओं में सुधार की जरुरत है।
◆एहसान अहमद, अतरारी
●आपके माध्यम से अतरारी गांव की अनेक समस्याओं का संज्ञान प्राप्त हुआ है। संबंधित कर्मचारियों को निर्देशित कर उनके शीघ्र समाधान का प्रयास किया जायेगा।
◆चंद्रशेखर कुशवाहा, खंड विकास अधिकारी, मुहम्मदाबाद गोहना
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