कुदरत की मार से बचना है तो शाकाहारी रहना है; बाबाजी का कहना है, शाकाहारी रहना है- पवन

कुदरत की मार से बचना है तो शाकाहारी रहना है; बाबाजी का कहना है, शाकाहारी रहना है- पवन



करहाँ, मु.बाद गोहना, मऊ। परम संत बाबा जय गुरुदेव के शिष्यों ने मुहम्मदाबाद गोहना में नगर भ्रमण कर मांसाहार त्यागने और शाकाहारी बनने का संदेश दिया। साथ ही ब्रह्मनटोला में आयोजित सत्संग में गुरु महाराज के दिये गए निर्देशों का अनुश्रवण किया। परम संत बाबा जय गुरुदेव महाराज के भक्त एवं सत्संग मंडल के नगर अध्यक्ष पवन कुमार श्रीवास्तव ने प्रवचन के माध्यम से पूरे जन समुदाय को आगाह किया और बताया कि "कुदरत की मार से बचना है तो शाकाहारी रहना है।"

गुरु महाराज के सामाजिक संदेशों को शिष्यों में सुनाते हुए उन्होंने आमजनों को शाकाहारी होने के लिए प्रेरित किया। कहा कि परम संत बाबा जय गुरुदेव ने कहा है कि सब लोग शाकाहारी हो जाओ वरना कुदरत नाराज है। हमारे आपके कर्मों से, खान-पान से बाबा जी ने सबको आगाह किया है। आप सभी लोग चाहे किसी भी धर्म को मानने वाले हों शुद्ध भोजन, शाकाहारी भोजन का प्रयोग करें। पशु, परिंदे एवं जल जीवों की हत्या ना करें। उसके मुर्दे मांस को इस मानव मंदिर या जिस्मानी मस्जिद में ना डालें, वरना कुदरत बहुत सख्त सजा देगी। सत्संग सुनाते हुए  पवन कुमार श्रीवास्तव ने अपील किया कि फल, मेवा, मिष्ठान, दूध, दही दिन में 20 बार खाया जा सकता है, तुरंत इस नारायण रूपी देह में में मुर्दा मांस को ना डालिए। जैसा कि आप सभी लोग जानते हैं महापुरुषों ने कहा है- "दिलबर मछली खाई के, कोट गांव दे दान; काशी करवट जाय मरे, तो भी ना मुक्ति निदान।" फिर भी आप लोग महापुरुषों की कही बात को अमल नहीं करते और इस मानव मंदिर को शमशान घाट और कब्रिस्तान बना दिए हैं। अभी आपने देखा कि थोड़े दिन पहले कोरोना के रूप में कुदरत की मार पड़ी और लोग समझ नहीं पाए कितने लोग काल के गाल में समा गए। अभी तो यह कुदरत का ट्रेलर था आगे बाबा ने कहा है कि- "कुदरत है तैयार खड़ी; आगे तबाही बड़ी-बड़ी।

इसलिए आप सबसे हाथ जोड़कर प्रार्थना है कि आप परम संत बाबा जय गुरुदेव जी की बात मान लें और शाकाहारी हो जाए, जिससे आप सबका भला हो जाए। आप सभी अपनी-अपनी जीवात्मा की हिफाजत के लिए आगे आने वाले कुदरत की मार से बचने के लिए शाकाहारी हो जाएं और आप सब जिस भी देवी देवता की पूजा-आराधना करते हैं, करते रहें। सिर्फ और सिर्फ शाकाहारी हो जाएं, आपकी पूजा, प्रार्थना स्वीकार होगी। जब आप शाकाहारी हो जाएंगे तो अधोगति से बच जाएंगे।

सत्संग के पहले कस्बे के विजय स्तंभ, रोडवेज, कैलेंडर, चुंगी होते हुए ब्रह्मलीन संत बाबा जयगुरुदेव के शिष्यों ने नगर भ्रमण करते हुए शाकाहारी बनने का प्रचार किया। नगर भ्रमण व सत्संग के इस कार्यक्रम में चंद्रजीत, सूरजभान, प्रदीप, प्रभात श्रीवास्तव, अंजनी श्रीवास्तव, मंजू, उदयभान, भागवत सहित अनेक प्रेमीजन उपस्थित रहे।

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