मऊ की दिव्यांग शिक्षिका को जम्मू कश्मीर के राज्यपाल ने किया सम्मानित
करहाँ (मऊ) : चुनौतियों को अवसर में बदलकर विशिष्ट शिक्षक बन समाजसेवा करने वाली मऊ की दिव्यांग बिटिया शिखा सिंह को जम्मू कश्मीर के राज्यपाल ने सम्मानित किया है। खबर पाकर बिटिया के कार्यस्थल से लेकर जिले के क्षेत्रीय लोग हर्ष एवं गर्व का अनुभव करते हुए शिक्षिका बिटिया को बधाई दे रहे हैं।
ज्ञातव्य हो कि शिखा सिंह का जन्म उत्तर प्रदेश के पिछड़े एवं छोटे से मऊ जिले के परदहा ब्लाक अन्तर्गत पखईपुर गांव के एक साधारण परिवार में हुआ। पिता स्वर्गीय राजेश्वर सिंह एवं माता गीता देवी के घर जन्मी शिखा दुर्भाग्यवश बाल्यावस्था में पोलियो के कारण दिव्यांग हो गयी, परंतु यह शारीरिक अवरोध उनके हौसले को कम नहीं कर पाया। उन्होंने चुनौतियों का सामना किया एवं जौनपुर विश्वविद्यालय तथा जगतगुरु रामभद्राचार्य दिव्यांग विश्वविद्यालय से उच्च शिक्षा प्राप्त की। शिक्षा किस प्रकार जीवन की दिशा बदल देती है, यह उन्होंने कर दिखाया और दिल्ली राज्य सरकार के शिक्षा विभाग में स्पेशल एजुकेटर के रूप में कार्यरत हुई। साथ ही जिस पीड़ा का अपने अनुभव किया वह दूसरे न कर पाएं, इस संकल्प के साथ समाज सेवा के क्षेत्र में भी सक्रिय हो गयीं। अपने शैक्षणिक दायित्व से समय निकालकर समाज के लिए समय देना देश के अन्य दिव्यांग साथियों के लिए अनुकरणीय है।
बिटिया शिखा की उपलब्धियों और समाज के प्रति संवेदनशीलता के लिए विश्व दिव्यांगता दिवस के अवसर पर जम्मू कश्मीर के महामहिम राज्यपाल मनोज सिन्हा ने दिव्यांगजन स्वाभिमान सम्मान 2023 के अलंकरण से उन्हें विभूषित किया।
इतने बड़े सम्मान की खबर पाकर शिखा सिंह के कार्यस्थल से लेकर मऊ जनपदवासी बेहद खुश और गौरव का अनुभव कर रहे हैं। क्षेत्रवासी रामेश्वर सिंह, रीता देवी, हरिकेश निकुम्भ, नीलम सिंह, रजनीश कुमार, धनंजय सिंह, रामजीत राम, रोमी सिंह, राजबली यादव आदि ने बधाई दी है।
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