रोज़ा-इफ्तार में गंगा-जमुनी तहज़ीब के लिए उठे हाथ
करहाँ (मऊ) : मुहम्मदाबाद गोहना तहसील अन्तर्गत करहां मील पर शनिवार को सायंकाल रोज़ा-इफ्तार दावत आयोजित हुई। इसमें आसपास और दूरदराज़ के रोजेदारों ने हिस्सा लिया तथा अपनी गंगा-जमुनी तहज़ीब की सलामती के लिए दुआ में हाथ उठाये।
बताते चलें कि करहां की धरती बाबा घनश्याम साहब एवं शमीम करहानी की वह पावन सरज़मीं है जहाँ पुराने समय से लेकर आज तक सभी समाज के लोग मिल जुलकर रहते आये हैं। बीते हुए समय में विभिन्न कारणों से देश, प्रदेश एवं जिला मुख्यालय में कई बार सामाजिक सौहार्द बिगड़ा लेकिन यहाँ के लोग इससे अछूते रहे। इसी तरह की मिशाल शनिवार को गद्दोपुर-माहपुर स्थित करहां मील पर आयोजित इफ्तार पार्टी में देखने को मिली। जहां सैकड़ो लोगों ने मिलकर इफ्तार का आनंद लिया तथा एक बार फिर करहां की इसी सामाजिक एकता को आईन्दा भी कायम रखने के प्रति एकजुट दिखे।इस मौके पर शायरा मस्जिद के इमाम मौलाना इनामुलहक साहब ने बताया कि रमजान के पाक महीने में अल्लाह की रहमत रात और दिन बरसती रहती है। इस माह में जो सख्श रोज़ेदार को एक खजूर या एक घूँट पानी पिलाता है अल्लाह उसकी मगफिरत कर देता है और वह जहन्नम से दूर और जन्नत के करीब हो जाता है।
इसी मक़सद से करहां मील निवासी मोहसिन खां एवं उनके युवा सहयोगियों ने मिलकर रोज़ा-इफ्तार रखा। इसमें मुख्य रूप से नूर आलम खां, एखलाख अहमद अंसारी, शहज़ादे खां, अफसर खां, अबू ओसामा खां, रिजवान उल्लाह ख़ाँ, आकिब सद्दाम खां, फैजान खां, आरिफ खां सहित सैकड़ों रोज़ेदार मौजूद रहे।
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