मेरे जीवन की प्रेरणा व आदर्श हैं पितामह स्व. सिंह राजकिशोर:- आशुतोष
मेरे पूज्य दादाजी स्वर्गीय राजकिशोर सिंह एक ख्यातिप्राप्त शिक्षक, प्रगतिशील कृषक, सख्त अनुशासक, कुशल संचालक, धर्मनिष्ठ स्वभाव एवं शारीरिक रूप से चुस्त-दुरुस्त व्यक्तित्व के धनी थे। मेरा बचपन से ही उनके प्रति गहरा अनुराग रहा है। संस्कारयुक्त अनुशासन के साथ उनकी दिनचर्या सुनिश्चित एवं आदर्श थी। अपने जीवन काल में नियमित रूप से सुबह के कुछ घंटे आराध्य देव भगवान शिव एवं शारीरिक कसरत को समर्पित करते थे।
मेरे पिता सतेन्द्र सिंह जी की शारीरिक अस्वस्थता के कारण मेरे प्रेरणाश्रोत पितामह का स्मरण बराबर होता रहता है। पितृपक्ष में आपके चरणों में सम्पूर्ण परिवार एवं मेरे तरफ से शत-शत नमन।
आशुतोष सिसोदिया, दतौली-मऊ
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