बीएलओ कार्य से मुक्ति के लिए आंगनबाड़ी कार्यकर्तियों ने बुलंद की आवाज
करहाँ, मु.बाद गोहना, मऊ। उच्च न्यायालय के आदेशों के बावजूद महिला आंगनबाड़ी कार्यकर्तियों को बीएलओ कार्य मे लगाए जाने का विरोध खुलकर सामने आया है और उनके द्वारा प्रदर्शन कर विरोध जताया गया ह।
बता दें कि महिला आंगनबाड़ी कर्मचारी संघ जनपद मऊ इकाई की बैठक रविवार को कस्बा के गोलवार टोला स्थित कैंप कार्यालय पर हुई। बैठक में उच्च न्यायालय के आदेशों का उल्लंघन कर आंगनबाड़ी कर्मचारियों को बीएलओ कार्य में लगाने पर रोष प्रकट किया गया। साथ ही आंगनबाड़ी कार्यकर्तीयों ने एक स्वर से बीएलओ की ड्यूटी करने से इनकार किया। बैठक में निर्णय लिया गया कि उच्च न्यायालय के आदेश की कॉपी के साथ आगामी 9 अक्टूबर को जिलाधिकारी से मिलकर आंगनवाड़ी कर्मचारियों को इस ड्यूटी से मुक्त करने और उनकी समस्याओं के निराकरण की मांग की जाएगी।
आंगनबाड़ी कार्यकर्तियों को संबोधित करते हुए जिलाध्यक्ष शैल कुमारी सिंह ने कहा कि माननीय उच्च न्यायालय ने आंगनबाड़ी को अतिरिक्त कार्यों से मुक्त रखने का आदेश पारित किया है। बावजूद इसके आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं से जनगणना, बीएलओ, टीकाकरण आदि अतिरिक्त कार्य लिया जा रहा है। कहा कि महिला पूरे माह में एक दिन रविवार को अवकाश होने से हम सभी अपना घर का कार्य और स्वास्थ्य की देखभाल के लिए समय निकालते हैं। रविवार को भी अवकाश न मिलने से सैकड़ों कार्यकर्ताओं का स्वास्थ खराब हो गया है। कहा कि आंगनबाड़ी संघ का एक प्रतिनिधिमंडल आगामी 9 अक्टूबर को जिलाधिकारी से मिलकर उन्हें समस्याओं से अवगत कराएगा। इसके बाद भी अगर समस्या का निराकरण नहीं हुआ तो सभी आंगनवाड़ी बीएलओ कार्य का बहिष्कार करेंगे और आवश्यकता हुआ तो सड़क पर भी उतरेंगे।
बैठक में प्रदेश उपाध्यक्ष किताबुनिशा, जिला मंत्री बीना राय, प्रेम बालिका, इशरत जहां, आशा राय, आशा यादव, उर्मिला, ज्ञानती, किरण, शगुफ्ता, सहित सैकड़ो आंगनवाड़ी कार्यकर्तियां मौजूद रही।
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