जवाब: प्रायः लोग समझते हैं कि इन्हें पुलिस नजरअंदाज कर देती है लेकिन ऐसा नहीं है। उनका तुरंत पीछा इसलिये नहीं किया जाता क्योंकि वे पीछे पुलिस देखकर और तेजगति से भगेंगे और चोटिल हो सकते है। ऐसी कंडीशन में कैमरों व मोबाइल के माध्यम से चलान किया जाता है और गाड़ी नम्बर से उनके अभिभावक को बुलाकर चेतावनी भी दिया जाता है।
सवाल: मारपीट के झगड़ों में प्रायः एकपक्षीय कार्यवाही क्यों देखी जाती है? पतरस चौहान कक्षा-9
जवाब: सबसे अधिक मामले धारा 323, 504 व 506 में दर्ज कराए जाते हैं। प्रायः ऐसे मामलों में एक पीड़ित पक्ष होता है और एक विरोधी पक्ष होता है। कई बार पीड़ित के बचाव करने से विरोधी भी घायल हो जाता है। ऐसे में पुलिस जांच करके उसी का मुकदमा पंजीकृत करती है जो वास्तव में पीड़ित है। इसे एकतरफा नहीं माना जाना चाहिए। हां अगर जांच में दोनों दोषी पाए गए तो दोनों का केस दर्ज किया जाता है।
सवाल: एक सीओ का कार्यक्षेत्र क्या है? अंशिका चौहान कक्षा-9
जवाब: क्षेत्राधिकारी अपने कार्यक्षेत्र में आनेवाले थानों की गतिविधियों को निरीक्षण करता है। वह संबंधित थानाध्यक्षों एवं पुलिस अधीक्षक के बीच मध्यस्त का काम करता है। क्षेत्र के अंदर कानून व्यवस्था का पालन कराना तथा एससी एसएसटी एक्ट एवं दहेज व महिला उत्पीड़न जैसी केस में विवेचना करना सीओ का प्रमुख कार्य हैं।
सवाल: अध्यापक से सीओ बनने के बाद आपके जीवन में क्या बदलाव हुए? सुधांशु पाण्डेय कक्षा-11
जवाब: कुछ विशेष बदलाव तो नहीं हुआ है लेकिन अब पहले की बजाय व्यस्तता औऱ काम के दबाव के कारण चाहकर भी परिवार, रिश्तेदार और मित्रों को पर्याप्त समय नहीं दे पाता।
सवाल: अर्थशास्त्र का प्रोफेसर बनना चाहती हूँ क्या करूँ? साक्षी द्विवेदी कक्षा-11
जवाब: अध्ययन के विषय पूछते हुए.. इंटर के बाद अर्थशास्त्र और भूगोल के साथ स्नातक करें और उसके बाद डीयू जैसे विश्वविद्यालय से परास्नातक करें। इसके बाद आपकी नेट और जेआरएफ की संभावनाएं अच्छी बनेंगी।
सवाल: इस पेशे में रहते हुए दबाव और तनाव को कैसे काबू करते हैं? सैय्यद सयान अहमद कक्षा-9
जवाब: बेवजह दबाव बनाने से तनाव तो होना स्वाभाविक है लेकिन अनुशासन और ईमानदारी से काम करने वाले इसपर काबू कर लेते हैं। में अच्छे कार्यो के लिए अपना शत प्रतिशत देता हूं जिससे न्याय औऱ अनुशासन कायम रहता है और बेवजह दबाव डालने वाले स्वतः दूर हो जाते हैं।
एपीबीपी स्मृति इंटर कालेज सुरहुरपुर के विद्यार्थियों ने पूछे सवाल...
सवाल: अपराध और अपराधियों पर लगाम कैसे लगाया जाय? सक्षम विश्वकर्मा कक्षा-9
जवाब: पुलिस अपराध और अपराधियों पर दो तरह से रोक लगाती है। एक 107, 116 व 151 के तहत निरुद्ध करके और दूसरी अपने गस्त, भ्रमण, चेकिंग प्वाइंट के द्वारा। अब तो अपराधियो पर काबू पाने में टेक्नालॉजी का इस्तेमाल बेहद प्रभावशाली हो गया है।
सवाल: आप सीओ ही क्यों बने? शिखा गुप्ता कक्षा-11
जवाब: दरअसल मैं सीओ नहीं बल्कि एसडीएम बनना चाहता था जिससे तहसील के समस्त विभागों का समन्वय बनाकर सेवा कर सकूं लेकिन प्राप्तांक कम आने से यह पद मिला। इसका भी अच्छे से निर्वहन करने की पहल जारी है।
सवाल: सर्दियों में अचानक चोरी-डकैती बढ़ जाती है। इसपर कैसे नियंत्रण रखेंगे? रंजीत कन्नौजिया कक्षा-10
जवाब: धन और शरीर से संबंधित अपराधों पर मौसम का प्रभाव पड़ता है। सर्दियों और कुहरे में चोरी-डकैती की घटनाओं में गस्त तेज करके तकनीकि और लोकेशन, मोबाइल ट्रेसिंग से चोरों को पकड़ने में मदद मिलती है। उन्हें पकड़कर कड़ी पूछताछ से मामले पकड़ लिए जाते हैं।
सवाल: पढ़ाई में मन नहीं लगता क्या करें? प्रियंका वंदना कक्षा-11
जवाब: अपनी रुचि अनुसार पढ़ाई करिये। पढ़ाई का वातावरण बेहतर करिये। समय सारणी और अनुशासन पर ध्यान दीजिए। धीरे-धीरे मन लगने लगेगा।
सवाल: आप इस नौकरी में कैसे आये? अर्चना चौहान कक्षा-11
जवाब: पहले मैं दो साल शिक्षामित्र रहा। इसके बाद मैं लेक्चरर हुआ। अध्यापन करते समय सिविल सर्विसेज की तैयारी कर एसडीएम बनना चाहा परंतु सीओ बना।
सवाल: आपका बचपन कैसा रहा? कैसे विद्यार्थी रहे? अमन यादव कक्षा-10
जवाब: मैं एक एक सामान्य परिवार से सामान्य विद्यार्थी रहा। प्राथमिक स्कूल में पढ़ा, हिंदी मीडियम स्कूल से इंटर किया। मैँ अपनी पढ़ाई पर विशेष ध्यान देता रहा, होमवर्क करता रहा और गलत संगत में कभीं नहीं पड़ा। सदैव काम से काम रखा।
क्षेत्राधिकारी ने बेहद भावुक अंदाज में एक शिक्षक की भांति बच्चों से मुखातिब होते हुए सफलता के मूल मंत्र साझा किए। बताया कि अपनी प्रत्येक दिनचर्या में पढ़ाई को शामिल करें। धैर्य के साथ कठिन परिश्रम और लगन जरूरी है। जल्दी जगें, साफ-सफाई रखें एवं मन लगकार अच्छे से पढ़ाई करें। आपको सफलता जरूर मिलेगी। आप सभी के मंगलमय भविष्य की कामना है।
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