मठ गुरादरी पर मनाई गई महाराजा बिजली पासी की जयंती
करहाँ, मऊ। स्थानीय तहसील के करहाँ स्थित गुरादरी मठ पर सोमवार को अखिल भारतीय पासी समाज के द्वारा महाराजा बिजली पासी जन्म जयंती समारोह राष्ट्रीय एकता सद्दभाव सम्मेलन के रूप में धूमधाम से मनाई गई। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मिलिट्री फार्म पुणे के पूर्व डिप्टी डायरेक्टर कल्पनाथ पासी सहित गणमान्य अतिथियों ने उनके चित्र पर माल्यार्पण-पुष्पार्चन कर केक काटकर खुशियां मनाई। मुख्य अतिथि का आयोजको ने बड़े माले से स्वागत किया एवं सभी ने बिजली पासी के व्यक्तित्व पर चर्चा की।
मुख्य अतिथि ने बिजली पासी को बारहवीं शताब्दी का सबसे महान शासक, चिंतक, स्वाभिमानी और साहसी राजा बताते हुए उनके रास्ते पर चलने का आह्वान किया। पासी समाज के लोगों को शिक्षित होकर समाज व देशसेवा में आगे आने पर बल दिया।
हड्डी एवं जोडरोग विशेषज्ञ डॉक्टर उमेश सरोज ने कहा कि बिजली पासी स्वाभिमानी, वीर, साहसी और महान चितंक थे। वह कभी भी किसी की पराधीनता स्वीकार नहीं किए। बताया कि उन्होंने समाज के अलावा अपने राज्य की प्रजा के उत्थान और तरक्की के लिए अनेकों कार्य किए। अपने कार्यकाल में महाराजा बिजली पासी ने बारह किलाओं का निर्माण कराया जिसका निशान आज भी मौजूद है।
वरिष्ठ सपा नेता हरेंद्र प्रसाद सरोज ने कहा कि बिजली पासी वीर साहसी और पराक्रमी होने के साथ ही समाज सुधारक और महान चिंतक थे। उनके पराक्रम से आसपास के सभी देशों के राजा भयभीत रहते थे। हमें गर्व है कि हम ऐसे वीर साहसी और महापुरुष के समाज में जन्म लिए हैं।
भाजपा नेत्री पूनम सरोज ने कहा कि हमारे पूर्वज राजा महाराजा थे ऐसे में हम लोग अपने को कमजोर न समझे। बल्कि शिक्षित बनकर समाज और देश की तरक्की में योगदान करें।
करहां जिला पंचायत सदस्य प्रतिनिधि रवि पासी ने सबका स्वागत करते हुए कहा कि महाराजा बिजली पासी का संदेश है कि पराक्रमी, स्वाभिमानी और दूरगामी बनो ताकि समाज को नई दिशा दिया जा सकें।
जयंती कार्यक्रम में मुख्य रूप से सुरहुरपुर महाप्रधान रामदरश यादव, समाजसेवी सुरेश पासी, विधायक पूजा सरोज, बेचई सरोज, पूर्व विधायक बैजनाथ पासवान, संजय सरोज, डॉक्टर सुनील सरोज, रिंकू पासवान, रामकुंवर पासवान, राजकुमार पासवान एडवोकेट, डॉ राजेश, हवलदार पासवान, चंद्रशेखर पासवान समेत सहित सैकड़ो स्वजातीय स्त्री-पुरुष मौजूद रहे। कार्यक्रम में बिरहा गायिका संगीता सरोज व अनीता राज ने अपनी गायकी से चार चांद लगाया। कार्यक्रम का संचालन पूर्व राजस्व निरीक्षक बलवंत प्रसाद ने किया।
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