एसडीएम साहब! इस उबड़-खाबड़, गिट्टी-मिट्टी वाले अधूरे रोड पर कब तक धूल फाँकते रहेंगे लोग-?


एसडीएम साहब! करहां मील से भांटी-कोठियां मार्ग पर कब तक धूल फांकते रहेंगे लोग-?

महिला संवाद में उठे तीखे सवाल, महिला स्वावलंबन पर एसडीएम एवं बैंक व कृषि अधिकारी से किया मंथन..



करहाँ, (मऊ) : अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर दैनिक जागरण के साप्ताहिक समाचारीय परिशिष्ट का आठवां दिन महिला स्वावलंबन पर मंथन के नाम रहा। गुरुवार को मुहम्मदाबाद गोहना तहसील के शमशाबाद स्थित आरएएफ महिला पीजी कालेज में उपजिलाधिकारी हेमंत कुमार चौधरी, यूनियन बैंक आफ इंडिया करहां के प्रबंधक शिवेंद्र किशोर व प्राविधिक सहायक कृषि विजय कुमार मौर्य से मातृशक्तियों ने सीधा सवाल किया।



संयोगवश शिव एवं शक्ति का दोहरा महापर्व शिवरात्रि और महिला दिवस शुक्रवार को है। प्रस्तुत हैं सवाल जवाब के प्रमुख अंश..

छात्रा● महिलाओं के स्वरोजगार व स्वालंबन के लिए क्या योजनाएं हैं? -आकांक्षा यादव, याकूबपुर।

बैंक प्रबंधक● महिलाओं के स्वावलंबन के लिये सरकार व वित्तीय संस्थाएं अनेक योजनाएं चला रहे हैं इसकी सम्पूर्ण जानकारी संबंधित कर्मचारियों से मिलकर प्राप्त कर सकते हैं। खेती, बागवानी, पशुपालन आदि के लिए हमारा यूनियन बैंक एक अग्रणी बैंक है जो जानकारी, प्रशिक्षण व आर्थिक सहयोग प्रदान करता है।

छात्रा● स्वरोजगार के लिए प्रशिक्षण व ऋण प्राप्ति के क्या श्रोत हैं? -नीतू चौहान, भतड़ी।

बैंक प्रबंधक● रोजगार के लिए प्रशिक्षण देकर बैंक ऋण उपलब्ध कराता है। प्रशिक्षण के लिए परदहा में रूरल सेल्फ इम्पलायमेंट ट्रेंनिग इंस्टीट्यूट (RSETI) कार्य कर रहा है।

छात्रा● बैंक से महिलाओं को स्वरोजगार के लिए कितना ऋण मिल सकता है? -खुशबू यादव, नेवादा।

बैंक प्रबंधक● यूनियन बैंक से ग्रामीण स्तर पर महिलाओं को 02 लाख से 10 लाख तक ऋण का प्रावधान है। आप आगे बढ़े और स्वावलंबी बने।

छात्रा● करहां मील से भांटी-कोठियां अधूरे मार्ग पर कबतक कीचड़, मिट्टी और धूल फांकते रहेंगे राहगीर? -सोनिया वर्मा, करहां।

एसडीएम● इस बड़ी समस्या से मैं अवगत हूं। इसी रास्ते से चलकर भी आपके बीच आया हूं। प्रपोजल बनाकर शासन को भेजा जाएगा। मैं आश्वस्त करता हूं कि शीघ्र काम शुरू होगा व आपको समस्या से निजात मिलेगी।

छात्रा● महिलाओं को स्वावलंबी बनाने की क्या योजनाएं हैं? -पुष्पांजली त्रिपाठी, दपेहड़ी।

एसडीएम● अनेक दिशाओं में विभिन्न संभावनाएं मौजूद हैं। हालांकि स्वावलंबी बनना योजनाओं पर निर्भर नहीं है। आप संबंधित विभागों व संस्थाओं से जानकारी लें वह जरूर सहयोग करेंगे।

छात्रा● ग्रामीण क्षेत्रों में अपेक्षाकृत महिला शिक्षण संस्थाएं कम क्यों हैं जिससे कारण अनेक दिक्कते आती हैं? -आयशा खां, करहां।

एसडीएम● यह बात कुछ हद तक सही है। लेकिन अब शहरों की तरह गांवो में भी बालिका राजकीय विद्यालय खुल रहे हैं। महिला कालेजो के लिए समाज को भी आगे आना होगा।

छात्रा● तीन सालों बाद भी मिट्टी खुदाई में मिले अवशेषों से हमारे गांव के गढ़वा किले का रहस्य पुरातात्विक विभाग नहीं बता सका, आखिर क्यों-? -याशमीन बानों, माहपुर।

एसडीएम● यह प्रकरण मेरे संज्ञान में नहीं है। मैं पिछले 08 महीनों से हूँ। इसकी जानकारी प्राप्त कर समुचित कार्यवाही करूंगा।

छात्रा● क्या खेती, बागवानी व पशु-पक्षी पालन में महिलाएं आगे बढ़ सकती हैं? -अन्नू सरोज, शमशाबाद।

कृषि अधिकारी● बिल्कुल आप सभी घर पर रहकर स्वावलंबन हेतु खेती, बागवानी, पशु-पक्षी, मधुमक्खी-मछली पालन को रोजगार के रूप में विकसित कर सकती हैं। हर वो विभाग आपके सहयोग के लिए तत्पर है।

छात्रा● ग्रामीण क्षेत्रों में आधे-अधूरे शौचालयों के निर्माण के कारण शौच के लिये बाहर जाना पड़ता है। -छाया सिंह, याकूबपुर।

एसडीएम● विकास कार्य एक प्रक्रिया है जो चलता रहता है, इन्हें देर-सबेर जरूर पूर्ण कराया जायेगा। बंद सामुदायिक शौचालय भी खोले जाएंगे।

★इन महिलाओं ने भी किया शिरकत..

साइना परवीन इमामगंज, सृष्टि यादव मुहम्मदाबाद गोहना, अस्मा ज्या छितनपुरा, मीना चौरसिया निजामुद्दीनपुरा, अनीता देवी नगपुर आदि..

◆ मातृशक्ति कृषि, बागवानी, उद्यमिता, पशु-पक्षी पालन के क्षेत्र में स्वावलंबी बने। कृषि एवं उद्यान विभाग आपके स्वागत व सहयोग के लिए सदैव तैयार मिलेगा। जानकारी, प्रशिक्षण व आर्थिक सहयोग के लिए संपर्क करें।

-विजय कुमार मौर्य, प्राविधिक सहायक, कृषि, ब्लाक मुहम्मदाबाद गोहना।

◆ महिलाओं के स्वावलंबन के लिए बैंकों के पास ऋण योजनाएं हैं। जरूरत है आगे आकर उद्यमिता दिखाने का। ध्यान रहे जिस कार्य के लिए ऋण लें, ईमानदारी से वहीं कार्य करें तथा समय पर अदायगी अवश्य करें; ताकि आपकी साख बने और बैंक भविष्य में आपको ज्यादा धनराशि दे सके।

-शिवेंद्र किशोर, प्रबंधक यूनियन बैंक आफ इंडिया, करहां।

◆ महिलाएं आगे आकर अपनी जरूरतों को शासन-प्रशासन के समक्ष रखें। अवसरों को तलाशें और विभिन्न विभागों की योजनाओं पात्रता अनुसार का शत-प्रतिशत लाभ लें। अपनी आर्थिक समस्याओं से निजात पाएं। आप सभी को महिला दिवस एवं शिवरात्रि पर्व की हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं।

-हेमंत कुमार चौधरी, उप जिलाधिकारी, मुहम्मदाबाद गोहना।

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