करहाँ, बारा व देवलास में हिंदू तिथि अनुसार मनाई गई महाराणा प्रताप की जन्म जयंती
◆देश की आन, बान, शान व स्वाभिमान के प्रतीक हैं महाराणा प्रताप : भीष्मदेव सिंह
◆करहाँ स्थित सुप्रसिद्ध मठ गुरादरी धाम पर किया गया पौधरोपण
करहाँ (मऊ) : हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी हिंदू तिथि अनुसार ज्येष्ठ शुक्ल तृतीया तदनुसार दिन रविवार को मुहम्मदाबाद गोहना विकास खंड के करहां, बारा व देवलास में महाराणा प्रताप की जन्म जयंती श्रद्धापूर्वक मनाई गई। इस अवसर पर जुटे लोंगो ने उनकी प्रतिमा, स्मारक स्थल व चित्र पर माल्यार्पण कर पुष्प वर्षा किया एवं उनके कृतित्व एवं व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला। जहां करहां में उत्साही नौजवानों ने सुप्रसिद्घ मठ गुरादरी धाम पर पौधरोपण किया वहीं देवलास में सिसोदिया संघ के महामंत्री भीष्मदेव सिंह ने महाराणा प्रताप को देश की आन, बान, शान व स्वाभिमान का प्रतीक बताते हुये उपस्थित लोंगो से उनके आदर्शों पर चलने का संकल्प दिलाया।
करहां के प्रख्यात बाबा घनश्याम साहब की तपस्थली के रूप में मशहूर मठ गुरादरी धाम पर पूर्व वायु सैनिक व किसान नेता नागेंद्र सिंह के नेतृत्व में महाराणा प्रताप की जयंती मनाई गई। लोंगो ने उनके चित्र पर माल्यार्पण व पुष्पार्चन कर उन्हें याद किया। इस मौके पर नागेंद्र सिंह ने कहा कि महाराणा प्रताप किसी जाति-वर्ग के नहीं बल्कि सर्वसमाज व पूरे भारत राष्ट्र के महानायक हैं। उनके सेनापति से लेकर पूरी सेना में सर्वसमाज के लोंगो का प्रतिनिधित्व था।
जयंती उत्सव पर नरायना फाउंडेशन एवं चैरिटेबल ट्रस्ट के संचालक विकास नरायन चौहान एवं उत्साही कार्यकर्ताओं के द्वारा मठ परिसर में पौधरोपण किया गया। इस अवसर पर अमित चौहान, चंद्रिका सिंह, अमित विश्वकर्मा, विनोद चौहान, राजू यादव, दिवाकर सिंह, अजय यादव, आकाश चौहान, अमन विश्वकर्मा, गोविंद चौहान आदि लोग उपस्थित थे।
ब्लाक अंतर्गत सिकठिया-बारा स्थित महाराणा प्रताप की प्रतिमा पर गोरखपुर-फैज़ाबाद क्षेत्र के स्नातक एमएलसी देवेंद्र प्रताप सिंह के विधानसभा प्रतिनिधि राघवेंद्र प्रताप सिंह माखन व पूर्व ग्रामप्रधान बारा सुनील सिंह के नेतृत्व में जयंती समारोह मनाया गया। इस अवसर पर लोंगो ने फूल-माला अर्पित कर महाराणा प्रताप का जयकारा लगाया। राघवेंद्र प्रताप ने आज की युवा पीढ़ी को महाराणा प्रताप के जीवन से सीख लेने को प्रेरित किया। कहा कि मात्र 350 सैनिकों की छोटी सी सेना लेकर 18000 मुगल सैनिकों को हराना महाराणा प्रताप को महान योद्धा साबित करता है। इसलिए हमें कभी भी कमतर होने को मजबूरी नहीं बल्कि मजबूती बनानी चाहिये। इस अवसर पर सनोज सिंह, सोनू सिसोदिया, सूरज कुमार, अतुल सिंह, पंकज सिंह, धनंजय सिंह, प्रियम सिंह लकी, पार्थ, किशन आदि उपस्थित थे।
क्षेत्र के विख्यात देवलास धाम पर स्थित महाराणा प्रताप स्मारक स्थल पर 56 गांव सिसोदिया संघ देवलास के अध्यक्ष आर.पी. सिंह की अध्यक्षता व महामंत्री भीष्मदेव सिंह के नेतृत्व में हर्षोल्लास पूर्वक महाराणा प्रताप की जयंती मनाई गई। गगनभेदी जयघोष के मध्य प्रतिमा पर माल्यार्पण किया किया गया एवं क्षत्रिय कुलभूषण व वीर शिरोमणि की सख्शियत पर प्रकाश डाला गया। भीष्मदेव सिंह ने उपस्थित लोंगो को संबोधित करते हुए कहा कि घास की रोटी खाकर देश की रक्षा के लिए तैयार होना कोई मामूली साहस और त्याग नहीं है। महाराणा प्रताप हमारे देश के सबसे बड़े स्वतंत्रता संग्राम सेनानी माने जाने चाहिये। उन्होंने अपने त्याग, बलिदान, वीरता, मार्गनिर्देशन, सूझबूझ व आत्मसम्मान से देश की सेवा किया। हमें उनके आदर्शों से प्रेरणा लेकर चलने की आवश्यकता है।
देवलास के कार्यक्रम का सफल मंच संचालन वरिष्ठ कांग्रेस नेता उमाशंकर सिंह ने किया। इस मौके पर बरबोझी ग्रामप्रधान प्रतिनिधि चंद्रविजय सिंह सिसोदिया, गौरी सिंह, धर्मेंद्र सिंह, भदीड़ ग्राम प्रधान प्रतिनिधि अभिषेक सिंह, कतवारू, इंद्रदेव, राकेश, सत्यप्रकाश, भूपेंद्र, मुन्ना, दिव्यांशु आदि उपस्थित रहे।
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