जरूरतमंदों के लिये सहारा थे पिताजी: अभिषेक दूबे, मखुनी
करहां (मऊ) : मेरे पिता स्वर्गीय जय प्रकाश दूबे अत्यंत मिलनसार और सहयोगी स्वभाव के व्यक्ति थे। भले ही वह दिल्ली में रहकर व्यवसाय करते थे लेकिन अपनी कमाई में से एक निश्चित हिस्सा अपने गांव में रहने वाले किसी भी जरूरतमंद को सहयोग देने में लगाते थे। बेटियों की शादी में सहयोग हो या किसी की बीमारी के इलाज में खर्च, वे आगे बढ़कर सहारा बनते थे।
पूरे गांव के लोग भी उनके इस सहयोगी व्यवहार के कायल थे। 08 अप्रैल 2022 में उनके निधन के उपरांत घर-परिवार सहित आज पूरा गांव-समाज उनकी कमी महसूस करता है। पितृ पक्ष में परिवार के सभी जन उनको कोटिश: नमन-वंदन करते हैं।
◆अभिषेक दूबे.. मखुनी, पलिया, मऊ
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