संस्कारयुक्त शिक्षा से मिलेगा सेलेक्शन, नहीं तो होंगे रिजेक्ट : संजय तिवारी
करहां (मऊ) : छात्र जीवन में विभिन्न विषयों का ज्ञान आवश्यक है। इसके साथ ही संस्कार भी मायने रखता है। अगर हम शिक्षित हैं और संस्कार नहीं है, तो किसी भी बड़ी जगह से रिजेक्ट कर दिये जायेंगे। वहीं संस्कारयुक्त शिक्षा सेलेक्शन की निशानी है। अच्छे कार्य व व्यवहार के साथ कम शिक्षा में भी सम्मानजनक स्थान पाया जा सकता है।
उक्त बातें हरिपालजी स्मारक पीजी कालेज दरौरा, करहां, मऊ के हिंदी प्रवक्ता डाक्टर संजय तिवारी ने विद्यार्थियों के समक्ष व्यक्त किये। वे दैनिक जागरण द्वारा संस्कारशाला में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि माता-पिता, शिक्षक व समाज विभिन्न क्षेत्रों के अनुभवी लोग हमेशा संस्कारयुक्त शिक्षा को बढ़ावा देने की बात करते हैं। हमारी पुरानी शिक्षा व गुरुकुल प्रणाली में भी इसी बात का ध्यान रखा जाता था। इसलिये हमें अपने जीवनकाल में कब, कैसे और क्या करने का उत्तर पाने के लिए उसका विवेकपूर्ण चिंतन करना आवश्यक है।
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