श्रद्धापूर्वक मनाई गई भगवान परशुराम की जयंती
◆समारोह में विप्रगणों को किया गया सम्मानित
◆कुंठित मानसिकता के कारण हो रहा समाज पर प्रहार : वाल्मीकि त्रिपाठी
करहां (मऊ) : चिरैयाकोट स्थित एसएलआरपी चिल्ड्रेन एकेडमी के परिसर में मंगलवार को भगवान परशुराम की जयंती मनाई गई। इस दौरान विभिन्न विप्रगणों को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश कोआपरेटिव बैंक के सभापति एवं वरिष्ठ भाजपा नेता वाल्मीकि त्रिपाठी ने कहा कुंठित मानसिकता के कारण लोग ब्राह्मण समाज पर प्रहार कर रहे हैं। उन्हें हमारे समाज की मर्यादा, आदर्शो व योगदान का भान नहीं है।
वाल्मीकि त्रिपाठी ने कहा कि ब्राह्मणवाद के बहाने ब्राह्मणों पर प्रहार करना फैसन सा बन गया है। ऐसे में भगवान परशुराम जैसे आदर्श लोगों की प्रासंगिकता और बढ़ जाती है। उन्होंने समाज कल्याण की अलग राह दिखाई। कहा कि भगवान परशुराम कोई जाति नहीं थे, बल्कि एक धर्म थे। उनके बताएं आदर्श राष्ट्रवाद की प्रेरणा देते हैं।भगवान परशुराम श्रीहरि विष्णु के छठे अवतार थे। उनका मूल नाम राम था लेकिन शिवजी के परसु देने के कारण उनका नाम परशुराम पड़ा। हम सभी उनके वंशज हैं और उनके बताएं आदर्शों पर चलकर ही मानवता का कल्याण कर सकते हैं। कहा कि परशुराम जयंती समाज में सामाजिक समरसता को बढ़ाने के लिए एक सशक्त माध्यम है। ब्राह्मण सदैव से पूज्य रहा है और पूज्य रहेगा। ब्राह्मण विश्व गुरु था, आज भी है और कल भी रहेगा। बताया कि अक्षय तृतीया नक्षत्र में जन्म लेने वाला कभी भी निर्बल कमजोर नहीं होता।
कार्यक्रम के दौरान समाज में उत्कृष्ट कार्य करने के वाले विभिन्न लोंगो को मुख्य अतीथि ने सम्मानित किया। इसमें उमेशचंद पांडेय, अखिलेश तिवारी डाक्टर संतोष पांडेय, अमरनाथ तिवारी, अंबिका प्रसाद दूबे, विनोद उपाध्याय, डाक्टर सतीश चंद तिवारी, डाक्टर राजेंद्र पांडेय, डाक्टर सर्वेश पांडेय, ज्ञानेश्वर मिश्र, रामजीत पांडेय, कंचन तिवारी, संगीता द्विवेदी, प्रीतूलता पांडेय, डाक्टर चंद्रकांति शुक्ला, रागिनी मिश्रा, आद्याशंकर मिश्र, चंद्रभूषण चतुर्वेदी, बांबेश्वर उपाध्याय आदि रहे। कार्यक्रम का संचालन संजीव कुमार द्विवेदी ने किया
जयंती एवं सम्मान समारोह को पूर्व विधायक उमेश पांडेय, संतोष पांडेय, अखिलेश तिवारी, संरक्षक डाक्टर एससी तिवारी, रामजी उपाध्याय, जिलाध्यक्ष ऋषिकेश पांडेय, डाक्टर युवी दूबे, विजय शंकर तिवारी, अरविंद कुमार त्रिपाठी, शशिकांत पांडेय, मृत्युंजय तिवारी, रमाकांत तिवारी, धनंजय पांडेय आदि ने संबोधित किया।
इस अवसर पर अवधेश तिवारी, जयशंकर दूबे, यशवंत उपाध्याय, दिनेश मिश्रा, अभिमन्यु दूबे, गोपाल दूबे, श्याम चौबे, प्रवीण पाठक, देवदत्त मिश्रा, मणिकांत चतुर्वेदी आदि उपस्थित रहे।




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