क्षीरसागर धाम में स्वामी ज्ञानानंद सरस्वती का हुआ आगमन
कहा भक्तों की सेवा भावना ही लक्ष्मी-नारायण मंदिर की वास्तविक शक्ति
करहां (मऊ) : मुहम्मदाबाद गोहना ब्लॉक अंतर्गत करहां गांव स्थित लक्ष्मी-नारायण मंदिर की संध्या मंगलवार को ऐसे आलोकित हो उठी मानो पूरा प्रांगण देवत्व की किसी अदृश्य धुन पर झूम रहा हो। क्षीरसागर धाम में परमहंस परिव्राजकाचार्य स्वामी ज्ञानानंद सरस्वती के आगमन ने श्रद्धा का वातावरण और भी सरस बना दिया। उनके स्वागत में वेदाचार्यगण गौरव मिश्र, अभिषेक तिवारी, प्रियव्रत शुक्ल, आशीष तिवारी तथा पुजारी प्रमोद दास ने वैदिक मंत्रोच्चार से पूरा परिसर पवित्र कर दिया।
स्वामीजी ने लक्ष्मी-नारायण भगवान, गरुणजी और ब्रह्मलीन संत भगवान दासजी महाराज की प्रतिमाओं का विधिवत पूजन-अर्चन किया तथा नवनिर्मित शिखर कलश का अवलोकन करते समय ग्रामवासियों की आस्था को नमन किया। श्रद्धालुओं से मुखातिब होते हुए उन्होंने कहा कि पूर्वाश्रम का उनका यह शरीर वर्षों से इस धाम से दिव्य ऊर्जा प्राप्त करता आया है। उन्होंने अत्यंत विनय के साथ कहा कि मैं यहां दर्शन देने नहीं, आप सबका दर्शन लेने आया हूँ। आपकी सेवा-भावना ही इस मंदिर की आध्यात्मिक संपदा है।
मंगलवार के दिन हनुमानजी की आराधना को कल्याणकारी बताते हुए उन्होंने सभी भक्तों को स्वच्छता, पूजा, आरती और सेवा के सतत संकल्प से जुड़े रहने का संदेश दिया। उन्होंने उपस्थित जनसमूह को पुण्यात्मा संबोधित कर उनके उत्तम स्वास्थ्य, शांति और समृद्धि की कामना की।
कार्यक्रम का संचालन सुबासचंद्र वर्मा ने किया तथा आभार प्रकट रविंद्र सिंह और विजयप्रकाश वर्मा ने किया। इस अवसर पर धीरेंद्र सिंह, वासुदेव मौर्य, शकुंतला देवी, सुरेंद्र श्रीवास्तव, राधेरमण वर्मा, रेनू सिंह, आशीष चौधरी, अशोक जायसवाल, गीता देवी, राजीव मौर्य, राहुल मद्धेशिया, चिंता देवी, अविनाश सिंह, अरविंद यादव, पूनम देवी, रवि सिंह, अमित तिवारी, सुलेखा मौर्य, अनिल पटवा, नीरज पांडेय, सुशीला देवी, महेंद्र सिंह, मधुबाला देवी, राजेंद्र मौर्य, सीमा सिंह, गनेश मौर्या, मांडवी देवी, राधे प्रजापति, निशा सिंह, किशुन चौहान, मीना देवी, संजय गुप्ता, गामा देवी, राजेश मौर्या, लहरी गोंड़, रमन सिंह, मुखिया देवी, विपिन सिंह सहित सैकड़ों श्रद्धालु इस आध्यात्मिक बेला के सहभागी बने।






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