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तिलसवां राजपूत बस्ती की सड़क खस्ताहाल, ग्रामीणों ने उठाई मरम्मत की मांग

तिलसवां राजपूत बस्ती की सड़क खस्ताहाल, ग्रामीणों ने उठाई मरम्मत की मांग

करहां (मऊ) : मुहम्मदाबाद गोहना ब्लाक के आखिरी गांव तिलसवां राजपूत बस्ती को जोड़ने वाला मुख्य रास्ता लंबे समय से जर्जर हालत में पड़ा है। जगह-जगह गड्ढे, उखड़ी गिट्टी व मिट्टी तथा टूटे किनारों के कारण ग्रामीणों को आने-जाने में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। बारिश के दिनों में स्थिति और बदतर हो जाती है, जिससे स्कूली बच्चों, बुजुर्गों व मरीजों का आवागमन भी जोखिम भरा हो जाता है। ग्रामीणों ने इसकी शीघ्रातिशीघ्र मरम्मत की मांग की है।

गांव निवासी सतीश कुमार सिंह का कहना है कि कई बार संबंधित विभाग व जनप्रतिनिधियों से इस समस्या के बाबत अवगत कराया जा चुका है, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। इस संबंध में मैंने स्वयं मुख्यमंत्री जनसुनवाई में भी गुहार लगाई है। बताया कि यह सड़क 2002 में बनी थी, तबसे अबतक इसकी कोई सुधि लेने वाला नहीं है। करहां-जहांनागंज मार्ग से एक किलोमीटर तक सड़क की मरम्मत हुई लेकिन यह कार्य गांव तक नहीं किया गया। जर्जर सड़क के कारण गांव तक आने में काफी समय और दुश्वारियां झेलनी पड़ती हैं। आएदिन राहगीर गिरकर घायल हो रहे हैं।

ग्रामीण विजय प्रताप सिंह, माधव सरोज, धीरेंद्र कुमार, हरिकेश सिंह, ओमप्रकाश यादव, अजय कुमार सिंह, मुसाफिर यादव, राकेश कुमार, सुनील कुमार आदि ने प्रशासन से रास्ते की तत्काल मरम्मत करवाने की मांग की है, ताकि दैनिक आवागमन सुरक्षित और सुचारु हो सके।



ग्रामीणों की प्रतिक्रिया👇

●रास्ते की हालत इतनी खराब है कि रोजाना आने-जाने में डर लगता है। कई लोग गिरकर घायल भी हो चुके हैं। प्रशासन अगर तुरंत मरम्मत करा दे तो हम लोगों की बड़ी समस्या हल हो जाएगी।

◆विजय प्रताप सिंह, तिलसवां

●सड़क खस्ताहाल होने से बच्चों और बुजुर्गों को सबसे ज्यादा परेशानी होती है। बरसात में तो रास्ता बिल्कुल दलदल बन जाता है। हमारी मांग है कि इसे जल्द से जल्द दुरुस्त किया जाए।

◆भूपेंद्र गोंड़, तिलसवां

●यह सड़क वर्षों से टूट-फूट का शिकार है। शिकायतें कई बार की गईं, लेकिन केवल आश्वासन ही मिला। अब समय आ गया है कि प्रशासन जमीनी स्तर पर काम करवाए।

धनंजय सिंह उर्फ लालबाबू
तिलसवां

●ग्रामीणों की समस्या पूरी तरह जायज व जनहित में है। मैंने मेरी विभागीय अधिकारियों से आग्रह है कि जल्द ही सड़क मरम्मत के प्रस्ताव को आगे बढ़ाया जाए। हमारी प्राथमिकता गांव के रास्ते को सुरक्षित और सुचारु बनाना है।


◆गीता देवी, ग्रामप्रधान, तिलसवां

●यह सड़क आवागमन की दृष्टि से बेकार हो चुकी है। यदि हमारी मांगों को स्थानीय जनप्रतिनिधि व शासन-प्रशासन ने संज्ञान में लेकर इसके शीघ्र निर्माण की पहल नहीं की तो हमलोंगों को मजबूर होकर किसी बड़े आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ेगा।


◆राकेश सिंह, तिलसवां

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