धँस रही हैं गाड़िया, गिर रहे हैं लोग; करहाँ-जहानागंज मार्ग का यही है दुर्योग

धँस रही हैं गाड़िया, गिर रहे हैं लोग; करहाँ-जहानागंज मार्ग का यही है दुर्योग




करहाँ, मु.बाद गोहना, मऊ। मुहम्मदाबाद गोहना विकास खण्ड अन्तर्गत करहाँ से जहानागंज जाने वाली गड्ढों से भरी सड़क पर जोगियाने, गुरादरी, चकजाफ़री, मॉलव, कमालपुर, ओटनी और लग्गूपुर ऐसे स्थान हैं जहाँ आये दिन धँसती हैं गाड़िया, गिर रहे हैं लोग; करहाँ-जहानागंज मार्ग का यही है दुर्योग। 

ताजा मामला गुरादरी मठ और लग्गूपुर का है। जहाँ मैथ गुरादरी के पीछे गुरूवार को सुबह सीमेन्ट लदी ट्रैक्टर ट्रॉली बुरी तरह फंस गई। वहीं लग्गूपुर पीएनबी बैंक के सामने भी कई लोग गिरकर चोटिल हो गए एवं ट्रैक्टर ट्रॉली फंसकर कराहने लगी। इससे बड़ी गाड़ियों का आवागमन बाधित हो गया और राहगीरों को घंटो जाम की समस्या से जूझना पड़ा। काफी कोशिशों के बीच दूसरे ट्रैक्टरों की मदद से चार घण्टे बाद ट्रैक्टर ट्रॉली निकाली जा सकी। तब जाकर किसी तरह रास्ते पर कामचलाउ आवागमन चालू हुआ।

सुबह 08:30 बजे के लगभग एक सीमेन्ट की बोरियों से लदी ट्रैक्टर ट्रॉली करहाँ से जहानागंज की तरफ जा रही थी। गुरादरी मठ की पिछली चाहरदीवारी के पास गड्ढों में उसका पहिया धँस गया। निकालने का प्रयास करने पर और अधिक धंसता गया। सुबह-सुबह आवागमन की व्यस्तता के समय रास्ते में ट्रॉली ट्रैक्टर फंसने से बड़ी गाड़ियों का आना-जाना बाधित हो गया। इसके कारण पीछे सीमेन्ट लदे एक अन्य ट्रक के साथ बहुत सी गाड़ियां जमा हो गयी। आने जाने वालों को भारी मुसीबतों का सामना करना पड़ा। लग्गूपुर में शाम तक कई लोग जलभराव वाले गड्ढे में गिर चुके थे कि तबतक एक ट्रैक्टर ट्रॉली बुरी तरह धँस गयी।

चार घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद अन्य दो ट्रैक्टरों की मदद से गड्ढे में फंसे ट्रैक्टर ट्रॉली को बाहर निकाला का जा सका जिससे 11:30 बजे गुरादरी का तो शाम को लग्गूपुर का सुचारू रूप से आवागमन बहाल हो पाया।

क्षेत्रीय नागरिको सतीश सिंह, अनीश कुमार, शैलेन्द्र तोमर, लालचन्द विश्वकर्मा, मनीष सिंह, प्रदीप चौहान, संजय तिवारी, मनोज मद्धेशिया, जयप्रकाश यादव, रोहित वर्मा आदि का कहना है कि दशकों से ख़स्ताहाल पड़ी इस सड़क पर रोज का यही हाल है। करहाँ से लेकर तिलसवाँ तक जानलेवा गड्ढे ही गड्ढे हैं। आये दिन राहगीर गिरकर चुटहिल होते हैं जबकि एफडीआर तकनीकि की जाँच में फंसी जिले की 16 सड़कों के साथ इस सड़क पर चलना काफी दुष्कर है। संबंधित विभाग को फौरी तौर पर गड्ढों को भरवाना चाहिए। अगर ठीक ढंग से गड्ढे नहीं भरे गए तो वह दिन दूर नही होगा जिसदिन गिरकर किसी राहगीर की इहलीला समाप्त हो जाएगी।

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