करहाँ में जोशोखरोश के साथ निकाला गया जश्ने ईद मिलादुन्नबी का जुलूस



करहाँ में जोशोखरोश के साथ निकाला गया जश्ने ईद मिलादुन्नबी का जुलूस


करहाँ, मु.बाद गोहना, मऊ। मुहम्मदाबाद गोहना थानांतर्गत करहाँ बाजार में जश्ने ईद मिलादुन्नबी का जुलूस हर्षोल्लासपूर्वक निकाला गया। जिसमें शामिल अनुयायी नात और नज़म गाते हुए झंडे बैनर के साथ नारे लगाते हुए जोशोखरोश के साथ चलते नजर आए।

बताते चलें कि करहाँ बाजार में अगल-बगल के गाँव अतागंज, पठानटोली, बीचमहाल आदि का जुलूस गुरुवार को पूर्वाह्न बड़े ही धूमधाम से निकाला गया। जिसकी अगुवाई डॉक्टर इफ्तिखार अहमद, आफताब अहमद, असलम खां, तौकीर खां, शहजादे खां, मेराज खां आदि कर रहे थे। सभी नौजवान वह बच्चों ने जुलूस निकालकर अपने नबी सरकार मोहम्मद अरबी सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम की विलादत मनाई। अंजुमनों ने नात पाक पढ़ा तो साथ ही ग्राम गद्दोपुर माहपुर स्थित गांव से भी जुलूस ईद ए मिलादुन्नबी निकाला गया।

माना जाता है कि आज के 1400 साल पहले सरकारी दो आलम रहमतुलल्लिल अलामिन मोहम्मद साहब  का जन्म 12 रबी उल अव्वल को हुआ था। यह नबी दो आलम के नबी हैं। इनके बारे में रहमतुल्लिल अलामिन कहा गया है जो आलम के नबी हैं। किसी एक धर्म विशेष के नबी नहीं बल्कि पूरे आलम को शिक्षा-दीक्षा और कामयाबी की तालीम देने के लिए उन्हें अल्लाह ने इस दुनियां में भेजा। साथ ही कहा गया कि अगर वह ना होते तो इस दुनियां को नहीं बनाया जाता। इसी मानवता के तहत यह जुलूस की शक्ल में झंडा लेकर नारे तकबीर अल्लाह हू अकबर की सदा लगाते हुए लोग जुलूस निकाला करते हैं। जिस नबी ने इंसान को इंसान बनाया, औरतों को उसके हुकूक की तालीम दी, बच्चों के साथ नरमी और बड़ों के साथ इकराम करने की तालीम दिया, शराब को हराम किया, मुरदार खाने को मना किया, झूठ चोरी बदमाशी और दूसरी चीजों से मना किया, खुदा के एक होने और अपने कोआखरी नबी होने की तालीम दी, गरीबों मोहताजों और बेकसों कमजोरों के साथ तन-मन और धन के साथ उनकी मदद करने और जात-पात बिरादरी नस्ल और भेदभाव को खत्म किया, हर छोटे-बड़े अच्छे-बुरे कमजोर-मजबूत को एक सफ मे खड़े होने की शिक्षा दी उसका जीता जागता उदाहरण नमाज़ है।

इस अवसर पर मौलाना हाजी इनामुलहक अहमद ने बताया कि एक ही सफ में खड़े हो गए महमूदों, आयज़ ना कोई बंदा रहा ना कोई बंदा नवाज़। हजरत मोहम्मद साहब की युमा पैदाइश के मौके पर मनाए जाने वाले इस जश्न और जुलूस की सभी को दिली मुबारकबाद।

जुलूस में अफरोज खां, मुमताज अंसारी, डॉक्टर जियाउलहक, हिसामुद्दीन खां, शाहबाज खां, गब्बर सिंह, टिंकू ख़ाँ सहित अंजुमन आशिकाने आला हजरत कमेटी के तमाम सदस्य मौजूद रहे।

Post a Comment

Previous Post Next Post