02 अक्टूबर गाँधी जयंती पर विशेष कवितामय स्वच्छता आग्रह
और भारत देश को स्वच्छ बनाये।।
अस्वच्छता अगर देश की कमजोरी है तो आएं, स्वच्छता के लिए मिलकर हाथ बढ़ाएं;
आओ सब मिलकर स्वच्छ भारत अभियान चलाएं।
अस्वच्छता अगर शत्रु है तो आएं,
मित्रता का हाथ बढ़ाएं;
सब मिलकर सर्व सुंदर भारत बनाएं।
गांधीजी को करें स्वच्छ भारत का अर्पण,
स्वच्छता भारत की सुंदर छवि का दर्पण;
हर एक जन पेड़ लगाएं, भारत को प्रदूषण मुक्त बनाएं।
भारत देश को दुल्हन की भांति सजाएं;
गांधीजी की राह पर चलते जाएंगे।
अस्वच्छता ही असफलता की जननी है,
मिलकर स्वच्छता की मशाल जलायें;
आइये हम सब गांधी जयंती बनाएं।
साफ-सफाई का रखे ध्यान, तभी देश बनेगा महान; नरनारी सब मिलकर गाएं, बिमारी को दूर भगाएं।
विश्व शिखर पर भारत जैसा, कोई देश नहीं हैं ऐसा।
दो शब्द कविता के आज उनके नाम करती हूं, स्वच्छता के राह पर चलने वाले सिपाहियों को सलाम करती हूं।
रचना.. सिंह संस्कृति, सठियांव, आजमगढ़। कक्षा-11
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