जिले की 16 ख़स्ताहाल सड़को के दिन बहुरेंगे, सलाहाबाद-सरसेना मार्ग पर काम शुरू

जिले की 16 ख़स्ताहाल सड़को के दिन बहुरेंगे, सलाहाबाद-सरसेना मार्ग पर काम शुरू



करहाँ, मु.बाद गोहना, मऊ। जिले की खस्ताहाल 16 सड़कों के निर्माण का दिन अब लौट आया है। वर्षों से गड्ढों में तब्दील इन मार्गों के निर्माण का काम नवरात्र के पहले दिन शुरू हुआ। एफडीआर तकनीक से बनने वाली इन 16 सड़कों में से सलाहाबाद-सरसेना मार्ग पर रविवार मशीन काम करने लगी। इससे जनपदवासियों में एक उम्मीद जगी है।

नवरात्र का पहला दिन जनपद के लिए खुशखबरी लेकर आया। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत पहली बार नई तकनीकी 'एफडीआर' यानि फुल डेप्थ रीक्लेमेशन से निर्मित होने वाली 16 सड़कों की रिपोर्ट आ गई। सोमवार से सलाहाबाद- सरसेना मार्ग का निर्माण कार्य शुरू हो गया। प्रशासन दिसंबर तक सभी सड़कों का बेस तैयार करने की तैयारी में है। नई तकनीकी के तहत जांच दर जांच के एफडीआर तकनीक से बनाई जा चलते यह सड़कें अधर में फंस गई थीं।

इस तकनीकि से सड़क निर्माण में अन्य सड़कों की अपेक्षा लागत 25 से 30 प्रतिशत कम आती है।

एफडीआर तकनीक के तहत सड़क निर्माण में नई गिट्टी की आवश्यकता नहीं होगी। बल्कि सड़क की पुरानी गिट्टी को ही सीमेंट व एडिटिव केमिकल से निर्माण किया जाएगा।

नई तकनीकी में सड़कों की जांच का दायरा बढ़ता ही जा रहा था। नई तकनीकी 'एफडीआर' यानि फुल डेप्थ रिक्लेमेशन से सड़कों का निर्माण होने जा रहा है। कम लागत में ज्यादा समय तक चलने वाली विधि से जनपद की 16 सड़कों को तैयार किया जाना है। इस विधि से पुरानी सड़क को ही खोदकर उसकी गिट्टी में केमिकल व सीमेंट मिलाकर सड़क की रोलिंग की जानी है। इसके बाद उसी पर लेपन कार्य होगा। सरकार का मानना है कि इस विधि से सड़कें

पहले सड़कों का निर्माण पारंपरिक तकनीक से किया जाता था। इसमें प्रत्येक सड़क निर्माण में जहां गिट्टी जाता है। की अधिक आवश्यकता होती थी वहीं लागत भी ज्यादा आती थी।

100 मीटर ट्रायल पैच की जांच रिपोर्ट आने के बाद काम शुरू होने से लोगों में आशा की किरण जगी है कि उनके खस्ताहाल रोड का भी काया पलट होगा। सबसे अधिक खराब स्थिति करहां जहानागंज मार्ग की है। करहां, चकजाफरी, मालव, सद्धोपुर, देवसीपुर, कमालपुर, पहाड़पुर, ओटनी, टेकई, हिंडोला, बरसवां राजापुर, तिलसवाँ आदि गांव के लोग काम शुरू होने से आशान्वित हुए हैं कि अब शीघ्रातिशीघ्र उनके रोड पर भी काम शुरू होगा, ताकि गड्ढों वाली जानलेवा सड़क पर चलने से निजात मिल सके।

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