बारात से लौटे युवक की आधी रात में गोली मारकर हत्या
करहाँ, चिरैयाकोट, मऊ। मऊ जिले के थानांतर्गत असलपुर गांव में बुधवार की रात बेखौफ हमलावरों ने मंगलवार आधी रात बारात से लौटे युवक की उसके दरवाजे पर ही गोली मारकर हत्या कर दी। सूचना पाकर मौके पर पहुंची चिरैयाकोट, मुहम्मदाबाद गोहना, रानीपुर थाने की पुलिस सहित सीओ एवं एसपी भी आये परंतु परिजनों ने शव उठाने नहीं दिया। 7 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद बुधवार प्रातः शव को अन्त्य परीक्षण हेतु भेजा जा सका। जहां इस घटना से गांव में दहसत का माहौल है वहीं परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार क्षेत्र के असलपुर गांव निवासी सौरभ सिंह उर्फ चंचल (24) वर्ष पुत्र सुरेश सिंह मुन्ना मंगलवार की शाम गांव से महारे गाजीपुर के लिए गई एक बारात में शामिल हुआ था। बताते है कि रात करीब 1 बजे वह वापस अपने घर आ रहा था कि घर से कुछ ही दूरी पर पहले से घात लगाये बैठे अपराधियों ने उसे लक्ष्य बनाकर ताबड़तोड़ गोलियां चला दी, जिसमें मृतक के सीने में तीन गोलियां लगी और वह मौके पर ही गिर पड़ा। उसके बावजूद अपराधी उसे कुछ दूर तक घसीट कर ले गए और मौत की पुष्टि हुई तो वह छोड़कर भाग चले।
घटना 28/29 नवंबर की रात करीब 1 बजे की है। बताते हैं कि गोली की आवाज सुनकर परिजन पटाखा समझ बैठे और अनहोनी की आशंका के आधार पर सौरभ को फोन लगाया तो मोबाइल की आवाज सुनाई पड़ी तो उनके होश उड़ गए और वह आनन-फानन में दौड़ पड़े, जहां उसे सौरभ मृत हाल में मिला। घटना की सूचना से पूरे गांव में दहशत का माहौल है। सूचना के आधार पर पहुंची पुलिस शव को कब्जे में लेने का प्रयास किया। किंतु परिजन व ग्रामीणों के आक्रोश का सामना करना पड़ा और पुलिस शव पाने में असफल रही। काफी समझाने बुझाने के बाद ग्रामीणों ने बुधवार की सुबह लगभग सात बजे शव पुलिस को ले जाने दिया। तत्पश्चात पुलिस ने शव का पंचनामा कर अंत्य परीक्षण हेतु जिला अस्पताल मऊ भेज दिया।
मृतक के पिता सुरेश सिंह द्वारा दी गई तहरीर के आधार पर मुकदमा पंजीकृत करते हुए अज्ञात अपराधियों के धर पकड़ की कार्यवाही शुरू कर दी है किंतु समाचार लिखे जाने तक किसी भी अपराधी या घटना के कारण का सुराग लगा पानें में असफल है। घटना नवागत थानाध्यक्ष प्रवीण कुमार सिंह के लिए एक बड़ी चुनौती के रूप में देखी जा रही है क्योंकि विगत 7 नवंबर को थाना अंतर्गत अब्दोपुर गांव में घटित हत्या की घटना को लेकर तत्कालीन थानाध्यक्ष राजकुमार सिंह को हटाकर पुलिस उच्चाधिकारियों ने दो पहले ही चिरैयाकोट का कार्य भार सौंपा था। देखना यह दिलचस्प होगा कि कब और कैसे इस जघन्य हत्याकांड का खुलासा होता है और हत्यारे पुलिस की गिरफ्त में आते हैं।
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