समाज के प्रति सकारात्मक सोच रखते थे बड़े पिताजी : आशीष प्रताप, शमशाबाद
करहां (मऊ) : मेरे बड़े पिताजी स्वर्गीय विक्रम बहादुर सिंह जूनियर हाईस्कूल में अध्यापक थे। वह सबसे प्रेम व लगाव रखते थे। उन्हें छोटे बच्चो से बहुत ज्यादा स्नेह रहता था। सरल व ईमानदार प्रवृत्ति के बड़े पिताजी की सोच समाज के प्रति सकारात्मक होती थी। वे हमेशा समाज के लोंगो की प्रगति के बारे में चिंतन करते रहते थे।
वे बाग बगीचे के बहुत शौकीन थे। प्रायः घर के आसपास व खाली पड़ी जमीनों में विभिन्न प्रकार के पेड़-पौधे लगाना व देखभाल करना उनकी दिनचर्या में शामिल था। पितृपक्ष में उनकी पुण्य स्मृतियों को नमन।
◆आशीष प्रताप सिंह, शमशाबाद, करहां, मऊ
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