हास्य कलाकार, गायक व अभिनेता हरिकेश पगला होंगे नगपुर की रामलीला के मुख्य आकर्षण
◆शुक्रवार से प्रारंभ होगी 39 वर्षीय पुरानी रामलीला
◆खलेगी विनोद यादव व स्वर्गीय अज़ीत मौर्य की अनुपस्थिति
■करहां, (मऊ) : रानीपुर थानांतर्गत आदर्श श्रीराम लीला समिति नगपुर का सुनहरा रंगमंच शुक्रवार से रामलीला के लिए प्रस्तुत होने जा रहा है। नगपुर में रामलीला की भव्य परंपरा का इतिहास 39 वर्षों पुराना है। इस बार की रामलीला के मुख्य आकर्षण प्रख्यात हास्य कलाकार, गायक व अभिनेता हरिकेश यादव पगला होंगे। जिनके नाम पर भारी भीड़ जुटने की संभावना है। जबकि रामलीला के कलाकार विनोद यादव के रोजगार हेतु दुर्गापुर में रहने के कारण व सहयोगी अज़ीत मौर्य के हाल ही में असामयिक निधन के कारण उनकी कमी दर्शकों को अवश्य खलेगी।
बता दें कि 1986 में ग्राम निवासी अरविंद कुमार त्रिपाठी, सुरेंद्र यादव, प्रभुनाथ राम, सत्येंद्र लाल श्रीवास्तव आदि ने इसकी शुरुआत की थी। अरविंद कुमार त्रिपाठी इसके पहले अध्यक्ष बने। इन लोंगो ने करहां की पुरानी रामलीला के मंचन से प्रभावित होकर अपने गांव में शुरुआत की थी। सेवानिवृत्त लेखपाल प्रभुनाथ राम प्रारंभिक अवस्था से लेकर अबतक सक्रिय रूप से रामलीला आयोजन में लगातार लगे हैं। प्रारंभ करने वाले लोग काफी शिक्षित, अभिनय प्रतिभा के धनी एवं प्रतिष्ठित परिवार से रहे जिन्होंने उच्च आदर्श के साथ नगपुर की इस गरिमामयी रामलीला को कई सालों तक आगे बढ़ाया। आज भी क्षेत्रीय लोग पुराने पात्रों के अभिनय को याद करते हैं और कुछ लोगों को तो इनके निभाये किरदार के नाम से बुलाते हैं।
शुरुआती कलाकारों में राजकुमार तिवारी, निरहू मौर्य, अरविंद कुमार त्रिपाठी, प्रभुनाथ राम, सुरेंद्र यादव सत्येंद्र लाल श्रीवास्तव, अनिल कुमार त्रिपाठी, सुधीर लाल श्रीवास्तव, किशुन चौहान, प्रकाश मौर्या, अशोक कश्यप, त्रिलोकी नाथ श्रीवास्तव, शेषनाथ यादव, प्रकाश चौरसिया, रामकरन यादव, वीरेंद्र मद्धेशिया, रामनरेश यादव, दिनेश मौर्य, झूरी चौहान, नागेन्द्र लाल श्रीवास्तव, प्रेम जायसवाल, महेन्द्र यादव, अखिलेश त्रिपाठी, गोपाल जायसवाल, संतोष कुमार त्रिपाठी, राधेश्याम गुप्ता, पंकज कुमार त्रिपाठी, स्वर्गीय राजेन्द्र यादव, हितेन्द्र त्रिपाठी, बाबूलाल यादव, शरद त्रिपाठी, महातम मौर्या, हरेन्द्र यादव आदि पात्रों के अभिनय की चर्चा श्रद्धापूर्वक की जाती है।
हालांकि कुछ समय के लिए उक्त रामलीला का मंचन बंद हो गया था, जिसे लखनऊ में रहने वाले ग्रामनिवासी पंकज विधि प्रवाह के संचालक पंकज कुमार त्रिपाठी सहित अन्य सहयोगियों ने पुनः प्रयास कर शुरू करवाया। समय के साथ रामलीला ने नित्य नया कलेवर बदला और नए नियमों के क्रम में यह रामलीला प्राथमिक विद्यालय के बगल से हटकर नगपुर-महमूदपुर स्थित मुहम्मदाबाद गोहना से चिरैयाकोट मार्ग के किनारे आयोजित हो रही है।
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