ब्रह्म गायत्री यज्ञ की पूर्णाहुति पर कोठिया धाम पर लगेगा मेला, आ सकते हैं डीआईजी

ब्रह्म गायत्री यज्ञ की पूर्णाहुति पर कोठिया धाम पर लगेगा मेला, आ सकते हैं डीआईजी

करहाँ, मु.बाद गोहना (मऊ) : मुहम्मदाबाद गोहना ब्लॉक स्थित कोठिया धाम के ब्रह्मलीन संत ब्रह्मर्षि रामकृष्णजी महाराज की स्मृति में आयोजित पंचदिवसीय ब्रह्म गायत्री यज्ञ के पांचवे दिन शुक्रवार तक पंचलक्ष जप की संख्या पूर्ण की जायेगी। इसके बाद हवन पूर्णाहुति पूर्वक भंडारे का आयोजन होगा और भव्य मेला भी लगेगा। इस अवसर पर आजमगढ़ रेंज के डीआईजी वैभव कृष्ण के आने की संभावना है। मेले में हजारों क्षेत्रवासी जुटेंगे।

उक्त बातें भदीड़ गांव निवासी व आईपीएस अधिकारी अनिल सिंह सिसोदिया ने बताई। उन्होंने कहा कि यज्ञ के पूर्णाहुति दिवस में आने के लिए उन्होंने आजमगढ़ परिक्षेत्र के डीआईजी श्रीमान वैभव कृष्ण से मिलकर आग्रह किया है। बताया कि कुटी का करीब एक करोड़ पांच लाख की सरकारी राशि से सुंदरीकरण का कार्य तेज गति से प्रगति पर है। उन्होंने जप यज्ञ के महत्व एवं ब्रह्मलीन संत रामकृष्णजी महाराज के कृतित्व व व्यक्तित्व पर भी प्रकाश डाला।

उन्होंने कहा कि जप यज्ञ के समान श्रेष्ठ कुछ भी नहीं है। जप के माध्यम से धर्म, अर्थ, काम तथा मोक्ष की प्राप्ति की जा सकती है। अत: हमें अपने जीवन मे समस्त प्रयास करते हुए जप में पूर्ण निष्ठा रखनी चाहिए। सर्वत्र तथा सर्वकाल में जप करना प्रशस्त है। "यज्ञाति जप यज्ञ" अर्थात अनेक यज्ञों में जप यज्ञ श्रेष्ठ है। भगवान श्रीकृष्ण ने जप की श्रेष्ठता को मान्यता देते हुए कहा है कि मैं ही यज्ञो में सर्वश्रेष्ट जपयज्ञ हूँ। "यज्ञानां जप यज्ञोस्मि।” श्रीमद आद्य जगद्गुरू शंकराचार्य भगवतपाद ने भी जप को ही योगक्षेम का कारण माना है और कहा है कि "तवापर्णे कर्णे विशति मनुवर्णे फलमिदम्। जन: को जानीते जननि जपनीयं जप विधौ।।”

उन्होंने बताया कि अपने जीवन काल में जप यज्ञ, वैदिक शिक्षा और तपश्चर्या की पराकाष्ठा प्राप्त करने वाले दिव्य संत ब्रह्मर्षि रामकृष्णजी महाराज परोपकाराय उदारचरितः स्वभाव के स्वामी थे। उन्होंने अपने जीवन काल में कभी धन को हाथ नहीं लगाया। जो उनका था वह सबका था।

चतुर्थ दिवस में आईपीएस अनिल सिंह सिसोदिया के अग्रज व यज्ञ के मुख्य यजमान अशोक कुमार सिंह द्वारा पंचांग पूजन के साथ मंडप में प्रवेश किया तथा वेदी पूजन के उपरांत विप्रजन मनोयोग से जप यज्ञ में लग गए। शुक्रवार तक पंचलक्ष जप की संख्या पूर्ण करने का लक्ष्य है। चौथे दिन कोठिया, भदीड़, ख़ालिसा, वलीदपुर, भदवा सहित अनेक गांवों के गणमान्य लोग यज्ञ में शामिल हो यज्ञ मंडप की परिक्रमा किये। शुक्रवार को मेले में हजारों क्षेत्रीय एवं दूरदराज के लोंगो के आने का अनुमान है।




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