कैंसर से बचाव हेतु खानपान व जीवनशैली में बदलाव जरुरी : डा. सेन पाठक

कैंसर से बचाव हेतु खानपान व जीवनशैली में बदलाव जरुरी : डा. सेन पाठक

◆अमरीकी कैंसर वैज्ञानिक ने सुरहुरपुर में छात्रों को दिये गुरुमंत्र

◆स्लाइड व प्रोजेक्टर के माध्यम से विज्ञान व वैदिक ज्ञान के बीच स्थापित किया सहसंबंध

करहाँ (मऊ) : मुहम्मदाबाद गोहना के सुरहुरपुर स्थित एपीपीबी इंटर कालेज के सभाकक्ष में छात्रों के बीच मंगलवार को एक कैंसर व वैदिक ज्ञान विषयक सेमिनार का आयोजन किया गया। इसमें कैंसर इंस्टीट्यूट ह्यूस्टन अमेरिका के प्रख्यात कैंसर वैज्ञानिक एमडी एंडरसन डाक्टर सेन पाठक ने संबोधन दिया। उन्होंने स्लाइड व प्रोजेक्टर के माध्यम से विद्यार्थियों के बीच कैंसर के कारण, लक्षण व उपायों के बारे में प्रकाश डाला। साथ ही भारत के सनातन वैदिक ज्ञान का आधुनिक वैज्ञानिक शोधों से सहसंबंध भी स्थापित किया।

डाक्टर सेन पाठक ने बताया कि भारतीय वैदिक सनातन संस्कृति पहले से ही ऐसे अनेक ज्ञान से भरी पड़ी है, जिसे अमेरिका जैसे विकसित देश अब शोध कर रहे हैं। शाकाहार, योग, प्राणायाम, ध्यान, व्यसन व नशा से दूर रहना हमारे धर्म व जीवनशैली का हिस्सा रहा है। आज की वर्तमान पीढ़ी इसकी अवमानना करने से ही अनेक शारीरिक व मानसिक बीमारियों की चपेट में आती जा रही है। कैंसर भारत में एक महामारी के रुप में फैलता जा रहा है। इसलिए हमें पुनः अपने पुराने ज्ञान के अनुसार खानपान व जीवनशैली में सुधार करना आवश्यक है।

बताया कि मांशाहार, मद्यपान, धूम्रपान, रासायनिक व तले-भुने आहार तथा प्रदूषण कैंसर के प्रमुख कारण हैं। शरीर मे विटामिन ए की कमी, रसायन व दवाईयों के अधिक प्रयोग व फास्टफूड संस्कृति से हमें बचना होगा। यदि वजन कम हो रहा हो, अत्यधिक थकान कमजोरी या शरीर के किसी हिस्से में मांशपेशियों की वृद्धि हो रही हो तो चिकित्सक से संपर्क करें।

डाक्टर पाठक ने बताया कि स्वस्थ्य आहार लें, व्यायाम, योग, प्राणायाम करें, ज्यादा भागदौड़ और देर तक धूप में रहने से बचें। शरीर के अंदर और बाहर रासायनिक पदार्थों के सेवन से भी हमें बचना होगा। ज्यादा तनाव भी अनेक तरह के मस्तिष्क कैसर को जन्म दे रहा है। सुपाच्य और कब्ज रहित भोजन करना चाहिये। साथ ही हमे सप्ताह में कम से कम एक दिन सिर्फ पानी पीकर पाचन ग्रंथियों को आराम जरुर देना चाहिये। अपने बच्चों को भी हमें रासायनिक रंग-बिरंगे आहार, फास्टफूड व इलेक्ट्रानिक गैजेट्स व उसके रेडिएशन से दूर रखना होगा। बच्चों में शिक्षा, संस्कार व अनुशासन बेहद जरुरी है।

सेमिनार का संचालन कुंवर अजीत प्रताप सिंह ने तो धन्यवाद ज्ञापन अशीत कुमार पाठक ने किया। इस अवसर पर कुसुम राय, चंदन उपाध्याय, अभिषेक यादव, महेंद्र राय, मणि अग्रवाल, निखिल पाठक, विशाल कुमार, धर्मदेव यादव सहित सैकड़ों विद्यार्थी उपस्थित रहे।

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