लक्ष्मी-नारायण भगवान में सेवारत भक्त होते हैं पुण्यात्मा : स्वामी ज्ञानानंद सरस्वती
◆करहां के लक्ष्मी-नारायण मंदिर पहुंचे देश के प्रख्यात शांकर सन्यासी
◆दर्शन-पूजन व शिखर का निरीक्षण कर दिया आशीर्वचन
करहां (मऊ) : मुहम्मदाबाद गोहना ब्लॉक अंतर्गत करहां स्थित लक्ष्मी-नारायण मंदिर की संध्या कुछ ऐसी मधुर हो उठी मानो मंदिर की घंटियों ने स्वयं दिव्यता को पुकारा हो। यहां के क्षीरसागर धाम में परमहंस परिव्राजकाचार्य स्वामी ज्ञानानंद सरस्वती महाराज के आगमन ने वातावरण में भक्ति का ऐसा कंपन पैदा किया कि हर मन श्रद्धा से भीग उठा। वेदाचार्यगण गौरव मिश्र, अभिषेक तिवारी, प्रियव्रत शुक्ल, आशीष तिवारी और पुजारी प्रमोद दास ने वेदमंत्रों की पवित्र जलधारा में उनका स्वागत किया।
स्वामीजी ने लक्ष्मी-नारायण भगवान, गरुणजी और ब्रह्मलीन संत भगवान दासजी महाराज के विग्रह का पूजन कर नवनिर्मित शिखर कलश को निहारा, मानो उसकी ऊँचाई में ग्रामवासियों की आस्था का आकाश देख लिया हो। आशीष-वचन देते हुए उन्होंने कहा कि उनके पूर्वाश्रम का तन-मन इस धाम से सदैव अलौकिक ऊर्जा पाता रहा है। बड़ी विनम्रता से उन्होंने कहा "मैं दर्शन देने नहीं, आप सभी का दर्शन लेने आया हूँ; आपकी सेवा ही इस धरा का वास्तविक ध्येय है।"
हनुमानजी की साधना को मंगलकारी बताते हुए उन्होंने ग्रामवासियों को पूजा, आरती, स्वच्छता और सेवा में निरंतर जुड़े रहने की प्रेरणा दी। भक्तों को पुण्यात्मा कहकर उन्होंने सबके सुख, स्वास्थ्य और समृद्धि के लिए शुभकामनाएँ अर्पित कीं। कार्यक्रम में कुशल संचालन सुबासचंद्र वर्मा ने संभाला और रविंद्र सिंह व विजयप्रकाश वर्मा ने आभार व्यक्त किया।
इस मौके पर धीरेंद्र सिंह, वासुदेव मौर्य, शकुंतला देवी, सुरेंद्र श्रीवास्तव, राधेरमण वर्मा, रेनू देवी, आशीष चौधरी, अशोक जायसवाल, गीता देवी, राजीव मौर्य, राहुल मद्धेशिया, चिंता देवी, अविनाश सिंह, अरविंद यादव, पूनम देवी, रवि सिंह, अमित तिवारी, सुलेखा मौर्य, अनिल पटवा, नीरज पांडेय, सुशीला देवी, महेंद्र सिंह, मधुबाला देवी, राजेंद्र मौर्य, सीमा सिंह, गनेश मौर्या, मांडवी देवी, राधे प्रजापति, निशा सिंह, किशुन चौहान, मीना देवी, संजय गुप्ता, गामा देवी, राजेश मौर्या, लहरी गोंड़, रमन सिंह, मुखिया देवी, विपिन सिंह, माला पांडेय सहित सैकड़ों श्रद्धालु इस आध्यात्मिक क्षण के साक्षी बने रहे।







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