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करहाँ परिक्षेत्र के 30 में से 28 गाँवों का काम अधूरा, फ़ज़ीहत बहुत

करहाँ परिक्षेत्र के 30 में से 28 गाँवों का काम अधूरा, फ़ज़ीहत बहुत

◆जलजीवन मिशन के हर घर नल से जल की अधूरी कहानी

◆काम अपूर्ण लेकिन दुश्वारियों से जनता परेशान व त्रस्त

■करहाँ (मऊ) : मुहम्मदाबाद गोहना विकास खंड अंतर्गत करहाँ परिक्षेत्र में जलजीवन मिशन के तहत "हर घर नल से जल योजना" का कार्य 30 गांवों में से 28 गांवो में अधूरा है। केंद्र सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना से पानी तो नसीब नहीं हो रहा है बल्कि अव्यवस्थाओं से परेशानियां व फ़ज़ीहत बहुत हैं। अम्बेडकर ग्राम योजना के अंतर्गत 2005 में बनी करहाँ एवं तीन वर्ष पहले ही चालू हो चुकी माहपुर की टंकी को छोड़कर अन्य कहीं भी जलापूर्ति चालू नहीं हुई। करहाँ परिक्षेत्र के इन 28 गाँवों के कार्य आज भी अपूर्ण और अधर में लटके हैं.. तिलसवां, राजापुर-लग्गूपुर, हिंडोला-बरसवां, टेकई, ओटनी, देवरिया बुजुर्ग, पडेरुआ, अन्नूपार, जूड़नपुर-घरोहिया, सौसरवां, देवरिया खुर्द, मालव, देवसीपुर, कमालपुर-पहाड़पुर, चकजाफरी, टड़वा, जमुई, भांटीकला व खुर्द, चेरुईडीह, अरैला, भतड़ी, नेवादा, नगपुर, दरौरा, शमसाबाद, दपेहड़ी, दतौली, याकूबपुर-खरेवां आदि।

माहपुर के जलजीवन मिशन की टंकी से भी मुहम्मदाबाद गोहना चिरैयाकोट मार्ग के किनारे ग्राम पंचायत के अति महत्वपूर्ण मुहल्ले गद्दोपुर में पानी नहीं चढ़ता। अभी से पाईपलाईन में लीकेज होने से  जलापूर्ति की रफ्तार धीमी हो चुकी है। जबकि करहाँ की की बनी पुरानी टंकी, पाईपलाईन व मोटर जलने व बिगड़ने से ग्रामप्रधान, आपरेटर व जनता सभी त्रस्त हैं।

बता दें कि बड़े शोर शराबे के साथ गाँव-गाँव जलजीवन मिशन के तहत पानी की टंकियां, पाईपलाईन व टोटियां बननी व लगनी शुरू हुई। अनेक गांवो में इसके लिए गड्ढे खोदे गये। पाईपलाईन बिछाने के लिए बने-बनाये रास्ते तोड़ व खोद दिए गये, जिसे या तो ठीक ढंग से पाटा नहीं गया या तो लापरवाही पूर्वक मिट्टी डालकर छोड़ दिया गया। इन सभी जगहों पर आवागमन की दुश्वारियां जनता झेल रही है। पहली ही बरसात में विभिन्न गांवों की पाईपलाईने बैठने लगी और इसमें खतरनाक जानलेवा गड्ढे बन गये।

संबंधित विभाग की शिथिलता का आलम यह है कि कहीं टंकी बनी तो मोटर नहीं लगा, कहीं सिर्फ चाहरदिवारी बनी तो कहीं बोरिंग करके छोड़ दिया गया, तो कहीं सड़क किनारे लावारिश पाइप गिराकर छोड़ दिये गये।

 पाईपलाईन व टोंटी के कार्य प्रायः अधूरे हैं। मालव सहित कुछ गाँवों में तो सोलर पैनल चोरी हो जाने की घटनाएं भी प्रकाश में आई हैं।

सद्धोपुर गाँव के लिए मालव में बनवायी जा रही टंकी के लिए बोरिंग करके बोर्ड लगाकर छोड़ दिया गया है।

●क्या कह रही है क्षेत्र की जनता..

◆करहाँ की पानी टंकी मायावती सरकार में 2005 के समय में अम्बेडकर ग्राम योजनांतर्गत बनी थीं। यह जल जलजीवन मिशन का हिस्सा नहीं है। इसके संचालन व देखरेख से विभाग पल्ला झाड़ चुका है। इसका वर्तमान में संचालन ग्राम प्रधान पूनम जायसवाल के जिम्मे है जो अपने संसाधनों के बलबूते एक प्राइवेट ऑपरेटर रखकर कार्य संचालित करवा रही हैं। पुरानी टंकी हो जाने से पाईपलाईन सड़ चुकी है। आयेदिन मोटर खराब होने से ग्रामप्रधान व जनता फजीहत में पड़ जाती है। प्राइवेट मैकेनिक तीन की जगह तेरह चार्ज वसूलते हैं। ज्यादातर मुहल्ले वासी मात्र 50 रुपया महीना जल कर नहीं चुकाते। आखिर एक ग्रामप्रधान विभाग के असहयोग के बीच पानी टंकी का संचालन व रखरखाव कैसे करे-?◆श्यामबिहारी जायसवाल, करहाँ ग्राम प्रधान प्रतिनिधि

◆माहपुर की पानी टंकी जलजीवन मिशन की क्षेत्र में पहली पूर्ण टंकी है। इससे जलापूर्ति तीन वर्ष पहले प्रारंभ हो चुकी है, परंतु कुछ मुहल्लों में पानी नहीं चढ़ता। मुझसे दो वर्ष पहले ही हैंडओवर के कागज में हस्ताक्षर करा लिये गये। इसके संचालन को लेकर मैं बेहद परेशान हूँ। जनता की नाराजगी और हर जगह पानी पहुँचाने को लेकर विभागीय अधिकारियों से बारंबार गुहार लगाने के बावजूद समस्या का समाधान नहीं हो रहा।

◆जगदीश चौहान, ग्राम प्रधान माहपुर

◆सरकार की यह योजना तो अच्छी है पर टोटी तक पानी पहुंचे तब। भैसहा गांव का एक गरीब परिवार आज भी दूसरों के घर से पानी भरने को मजबूर है। उनके घर पाइप लगाये एक वर्ष हो गये पर पानी नसीब नहीं हुआ। टोंटी की जगह कपड़ा बांधा हुआ है।

◆विकास नरायन चौहान, भैसहा

◆सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना में बेहद लापरवाही और लेटलतीफी है। ऊपर से संबंधित ठेकेदारों की मनमानी से जनता त्रस्त है। अनेक जगह पाईपलाईन बिछाकर रास्ते तोड़कर बिना मरम्मत छोड़ दिये गये हैं।◆मनीष कुमार सिंह, हिंडोला-बरसवां

◆ग्रामीण परिवेश में यह योजना अनुपयोगी है। यहां जल के श्रोत व उसका प्रयोग ज्यादा है। शहरों में सीमित उपयोग के साथ यह योजना सफल है लेकिन गांवो में इसकी असफलता निकट भविष्य दिखने लगेगी।
◆मांती देवी, शमशाबाद

◆जल जीवन मिशन के हर जगह अपूर्ण काम से अनेक असुविधायें हो रही हैं। पानी तो मिलना शुरू नहीं हुआ लेकिन अभी से ही जल कर वसूलने के समाचार अखबारों से प्राप्त हो रहे हैं।
◆शीला देवी, टेकई

■अधिकारी वर्जन..

◆जलजीवन मिशन के अपूर्ण कार्यों को दिसंबर 2024 तक पूर्ण कराने का टार्गेट बढ़ा दिया गया है। करहाँ पानी टंकी के मोटर की मरम्मत हो रही है, जबकि माहपुर के गद्दोपुर में पानी नहीं चढ़ने की जानकारी नहीं थीं। ऊपर के अधिकारियों के संज्ञान में मामला डालकर समस्या का समाधान करवाया जायेगा।

◆अमित सिंह, अभियंता जल जीवन मिशन, मऊ

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