मऊ में पूर्वांचल एक्सप्रेससवे की दोनों सौगातें अधर में
◆घोषणा के बाद भी अबतक नहीं बना गोकुलपूरा का रैंप प्लाजा
◆बरडीहा में पेट्रोल पंप के आगे नहीं बढ़ा जनसुविधा केंद्र का काम
करहां (मऊ) : मऊ जनपद को पूर्वांचल एक्सप्रेससवे से सीधे कोई फायदा अबतक नहीं मिला। न तो जिले को लोग अपने जनपद की सीमा से इस पर यात्रा करने के लिए चढ़ और उतर सकते हैं और न ही कोई अन्य सुविधा प्राप्त कर सकते हैं। रैंप प्लाजा व जनसुविधा केंद्र के रुप में जिले को मिलने वाली दोनों सुविधाएं अभी अधर में हैं। जनपद वासियों की मांग है कि उक्त दोनों सौगातों को जिले के नागरिकों को शीघ्र मुहैया कराई जांय।
बता दें कि पूर्वांचल एक्सप्रेससवे शुरु हुए लगभग चार साल हो गया। यह प्रदेश के कुल 09 जिलों लखनऊ, बाराबंकी, अमेठी, अयोध्या, सुल्तानपुर, अंबेडकर नगर, आजमगढ़, मऊ व गाज़ीपुर से होकर गुजरता है। मऊ को छोड़कर प्रत्येक जिले को लोंगो के लिए अनेक सुविधाएं विकसित की गई हैं लेकिन हमारा जनपद एक ऐसा दुर्भाग्यशाली जनपद है जिसमें पूर्वांचल एक्सप्रेससवे 28 किलोमीटर गुजरने के बाद भी न तो आजतक एक इंटरचेंज बना और न ही कोई अन्य सुविधा।
जनपदवासियों की मांग पर संबंधित विभाग के तत्कालीन मंत्री सतीश महाना ने 277.5 किलोमीटर की लोकेशन रानीपुर-गोकुलपुरा के बीच रैंप प्लाजा बनाने की घोषणा की। साथ ही 267 किलोमीटर की लोकेशन बरडीहा में करीब 40 बीघा जमीन अधिग्रहण कर जनसुविधा केंद्र बनाने की कवायद शुरु हुई। सर्वे व मार्किंग के बाद गोकुलपुरा रैंप प्लाजा का अबतक कुछ भी पता नहीं चला, वहीं बरडीहा जनसुविधा केंद्र में सिर्फ पेट्रोल पंप के अलावा अन्य कोई सुविधा विकसित नहीं की गई। जबकि यहां हास्पिटल, होटल, ढाबा, रेस्टोरेंट, ट्रामा सेंटर, गाडियों की मरम्मत का स्थान सबकुछ बनने वाला था।
यहां किसानों की जमीनें लेकर बाड़ लगाकर छोड़ दी गयी हैं। यह खाली क्षेत्र बेसहारा गोवंशों का एक बड़ा आश्रय स्थल बन गया है, जो आसपास की फसलों को बर्बाद करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
जनपदवासियों का आरोप है कि इस दुर्गति के पीछे जिले के जनप्रतिनिधियों की उदासीनता एक बड़ा कारण है। यहां से यूपी सरकार में एक मंत्री, एक सांसद चार विधायक, एक एमएलसी, अनेक पूर्व मंत्री हैं। संगठन में भी प्रवक्ता सहित कई सक्षम पदाधिकारी मौजूद हैं, बावजूद मऊ जनपद पूर्वांचल एक्सप्रेससवे की किसी भी सुविधाओं से वंचित है।
इस विषय मे स्थानीय सांसद राजीव राय का कहना है कि मऊ के किसानों ने पूर्वांचल एक्सप्रेससवे के लिए अपनी बेशकीमती जमीनें दी हैं। उन्हें भी अपने जनपद से चढ़ने-उतरने की सुविधा मिलनी ही चाहिए। इस संबंध में मैंने पत्राचार भी किया है। इसके पहले भी केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को पत्र दे चुका हूं।



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