नौ दिवसीय रुद्रचंडी महायज्ञ में नौ यजमानों ने किया पार्थिव शिवलिंग का रुद्राभिषेक
करहां (मऊ) : मुहम्मदाबाद गोहना ब्लॉक अंतर्गत शमशाबाद स्थित स्वयंभू शिव मंदिर के प्रांगण में नौ दिवसीय श्री रुद्रचंडी महायज्ञ का आयोजन चल रहा है। यज्ञ के तीसरे दिन वृहस्पतिवार को प्रयागराज से पधारे संत जगदीशाचार्य महाराज व जगद्गुरू जनार्दनाचार्य महाराज के नेतृत्व में पार्थिव शिवलिंगों का निर्माण कर नौ यजमानों ने सपत्निक पूजन-अर्चन व रुद्राभिषेक कर महाआरती किया।
संतद्वय ने भक्तों को श्रावण मास में रुद्राभिषेक का महत्व बताया। उन्होंने महाकालेश्वर, ओंकारेश्वर, भीमशंकर, वैद्यनाथ, सेतुबंध रामेश्वर व बाबा विश्वनाथ की महिमा सुनाई। उन्होंने बताया कि भगवान की अहेतुक कृपा से पार्थिव शिवलिंग का पूजन-अर्चन व कथा श्रवण का सौभाग्य मिलता है। संतो के संग व कथा श्रवण से लोक परलोक दोनों में सुख मिलता है। जनार्दनाचार्य महाराज ने बताया कि 6 अगस्त तक कुल सवा लाख पार्थिव शिवलिंग का शिवार्चन पूर्ण कर लिया जायेगा।
सायंकाल की रामकथा में जगदीशाचार्य महाराज ने बताया कि शिव की भक्ति अत्यंत सरल व सहज है। यदि भाव से एक बेलपत्र भी अर्पित कर दिये जांय तो बिगड़े काम बन जायेंगे। भगवान शिव के प्रभाव से मनुष्य सतमार्ग पर चलने लगता है और मरणोपरांत मोक्ष को प्राप्त होता है। बताया कि शिवपुराण के श्लोकों से निवेदित की गई समिधा से अतृप्त पितृदेव तृप्त हो जाते हैं तथा मनोवांछित फल प्रदान करते हैं।
इस दौरान आचार्य विद्यासागर, विजय नारायण सिंह, हरिओम मिश्र, बाबूलाल, आशुतोष तिवारी, दयाशंकर सिंह, जितेंद्र पांडेय, रामा सिंह, करुणाशंकर, अखिलेश कुमार, पंडित आशीष, रामनरायन गुप्ता, रामलाल शर्मा, राजेश सिंह, विनय कुमार, मिथिलेश सिंह सहित यजमानों की सभी धर्म पत्नियां भी शामिल रहीं।





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