स्वामी ज्ञानानंद सरस्वती ने दिया दाउदपुर, द्वारिकापुर, बस्ती और ओन्हाईच के भक्तों को दर्शन
सबसे पहले गुरुवार प्रातः मुहम्मदाबाद गोहना तहसील अंतर्गत दादूपुर फतेहपुर में वह स्वामी आत्मानंद परमहंस सुधा काव्या कुंज सेवा ट्रस्ट देखने और उसके संचालकों से मिलने पहुंचे। स्वामी जी के आगमन की खबर पाकर आश्रम सहित क्षेत्रीय श्रद्धालुभक्तों में हर्ष एवं उल्लास का वातावरण छा गया। लोंगो ने शास्त्रीय विधि से स्वामी जी का भव्य स्वागत किया तथा स्वामी जी ने उपस्थित सभी भक्तों को मंगल आशीष प्रदान किया साथ ही इस ट्रस्ट के माध्यम से निरंतर समाज सेवा करते रहने की प्रेरणा दी।
उक्त स्थान पर स्वागत कार्यक्रम आयोजन रमेश सिंह द्वारा किया गया। इस अवसर पर मुख्यरूप से त्रिविक्रम सिंह, पंडित हरिओम शरण, एकलव्य सिंह, आशीष चौधरी, लल्लन सिंह, काशी प्रधान सहित अनेक मातृशक्तियाँ भी उपस्थित रहीं।
इसके बाद उनका काफिला द्वारिकापुर में संजय और सुधीर दूबे के निज धाम पहुंचा। यहाँ पर स्वागत आशीर्वाद उपरांत स्वामी जी सहित अन्य भक्तों का भोजन विश्राम हुआ।
पुनः सभी लोग बस्ती निवासी जनपद के प्रख्यात तबला वादक पंडित संतोष कुमार द्विवेदी के घर पहुंचे। वहां भ्राता द्वय पंडित चंद्रशेखर एवं संतोष महाराज ने स्वामी जी का पूजन किया एवं स्वामी जी ने उनके मंदिर और यज्ञशाला में विधिवत विग्रहो का पूजन-अर्चन किया।
जनपद मुख्यालय के बकवल आम्रपाली भवन श्रीमद्भागवत कथा स्थल पर जाते हुए वह महराबंधा एवं ओन्हाईच में पूर्वाश्रम काल से जुड़े भक्तों को दर्शन दिया। यहाँ से वनदेवी होते हुए वह मऊ के बकवल स्थित उर्मिला सिंह के आम्रपाली भवन हेतु प्रस्थान कर गए जहाँ उन्हें शनिवार से शुक्रवार श्रीमद्भागवत सप्ताह ज्ञान यज्ञ कथा में भाग लेना है। ओन्हाईच में मुख्य रूप से रमाकान्त सिंह, सुबाशंकर सिंह, हरिकेश सिंह, कैलाश नाथ सिंह, अमरनाथ सिंह, इंद्रजीत सिंह, रामप्रवेश सिंह, रामाश्रय सिंह एवं टुनटुन सिंह, अमृतांशु सिंह छोटू समेत दर्जनों महिला-पुरुष, बलकवृन्द भक्त उपस्थित रहे।
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