करहाँ में आए दिन जाम के झाम व बंदरो के उपद्रव से जनता त्रस्त

करहाँ में आए दिन जाम के झाम व बंदरो के उपद्रव से जनता त्रस्त



करहाँ (मऊ) : मुहम्मदाबाद गोहना से चिरैयाकोट मार्ग पर स्थित करहां बाजार की क्षेत्रीय जनता व राहगीर आये दिन बाजार में लगने वाले जाम के झाम व बंदरो के उत्पात से बेहद त्रस्त है। लोंगो ने इसके स्थायी समाधान की प्रशासन से अपील की है।

बाजार के गुरादरी गेट से लेकर जहानागंज मोड़ से होते हुए सुप्रसिद्ध बैंक वाले क्षेत्र तक आये दिन जाम लगता रहता है। जबकि जहानागंज मोड़ पर स्थित पुलिस सहायता केंद्र पर हमेशा पुलिस बल मौजूद रहता है। करहां बाजार घनी आबादी से बसा इस परिक्षेत्र के बयालिस गांवो का प्रमुख शैक्षिक, चिकित्सकीय व व्यापारिक केंद्र है। यहां दर्जनों हॉस्पिटल, विद्यालय व सैकड़ो व्यापारिक प्रतिष्ठान हैं।

करहां में जाम का एक प्रमुख कारण जहानागंज मोड़ पर ऑटो और बस का अस्थायी स्टैंड होना है। चालको द्वारा मनमाने तरीके से गाड़ियां खड़ी करने के कारण प्रायः यह समस्या उत्पन्न होती है। जाम के कारण छात्र-छात्राओं, मरीजों, वृद्धों, महिलाओं और व्यापारियों को भारी परेशानी होती है। अभी हाल ही में लार्ड बुद्धा सेंट्रल पब्लिक स्कूल के प्रबंधक दयाप्रकाश तोमर व कुछ अन्य स्थानीय लोंगो ने कोतवाली प्रभारी मुहम्मदाबाद गोहना को प्रार्थना पत्र देकर ऑटो और बस स्टैंड को और आगे बढ़ाने की गुहार भी लगा चुके हैं।

क्षेत्रीय जनता विष्णुकांत श्रीवास्तव, श्यामविहारी जायसवाल, आशीष चौधरी, अनुराग सिंह, अजय यादव, अनिल जायसवाल, आशीष प्रताप, लखेंद्र चौहान, चंद्रशेखर मौर्य आदि ने जाम से निजात दिलाने की गुहार लगाई है।

करहां में उत्पाती बंदरो ने पुनः महिलाओं को किया जख्मी

बंदरो के आतंक से करहां परिक्षेत्र के दर्जन भर गांव भयभीत


करहाँ (मऊ) : मुहम्मदाबाद गोहना विकास खंड का करहां परिक्षेत्र बंदरो के भयंकर उत्पात से बेहद त्रस्त है। हमेशा की भांति एक बार पुनः करहां गांव निवासिनी दो महिलाओं की बंदरो ने जख्मी कर दिया है। क्षेत्रीय जनता बंदरो से मुक्ति का गुहार लगा रही है।

ज्ञातव्य हो कि गुरादरी मठ, करहां, रसूलपुर, जमुई, आतागंज, दरौरा, मील, माहपुर, गद्दोपुर, चकजाफरी,  महमूदपुर, नगपुर, जमुई, मालव आदि गांवों की यह सबसे बड़ी समस्या है। दर्जनों लोंगो को पूर्व में भी बंदरो ने घायल किया है। करहां की ग्रामप्रधान पूनम जायसवाल तक को बंदर ने काटकर घायल किया है। वर्तमान में कालिंदी व ज्ञानती देवी नामक अधेड़ महिलाओं को बंदरो ने जख्मी कर दिया है। करहां निवासिनी गीता देवी को तो पांच बार बंदरो ने काटकर घायल किया है।

क्षेत्रीय नागरिक विनोद कुमार, रामधनी प्रजापति, सर्वेश सिंह, सुलेखा मौर्य, राहुल सिंह, पूनम देवी, विनय गुप्ता, संजय जायसवाल, अम्बुज गुप्ता आदि ने बंदरो के आतंक से मुक्ति की अपील की है।


Post a Comment

Previous Post Next Post