ज्ञान, वैराग्य और भक्ति का मार्ग बताती है श्रीमद्भागवत : आचार्य महेश
करहाँ (मऊ) : मुहम्मदाबाद गोहना तहसील के ग्रामसभा फत्तेपुर में चल रही श्रीमद्भागवत कथा सप्ताह यज्ञ के चौथे दिन यज्ञाचार्य पंडित महेश चंद्र मिश्र, प्रियव्रत शुक्ल व आशीष तिवारी ने मुख्य यजमान रमेश सिंह व सुधा देवी से वेदियों का खोडशोपचार विधि से पूजन कराकर, हवन एवं परायण कार्य संपन्न किया। इस दौरान श्रद्धालुओ ने मंडप की परिक्रमा लगाई। सायंकाल कथा का सत्र का रहा जिसमें कथावाचक पंडित महेश आचार्य ने श्रीमद्भागवत पहापुराण के माहात्म्य की कथा सुनाई। बताया कि श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान, वैराग्य और भक्ति का मार्ग प्रशस्त करती है।
कथा का विस्तार करते हुए उन्होंने बताया कि भागवत पुराण हिन्दुओं के अट्ठारह पुराणों में से एक है। इसे श्रीमद्भागवतम् या केवल भागवतम् भी कहा जाता है। इसका मुख्य वर्ण्य विषय भक्ति योग है, जिसमें कृष्ण को सभी देवों का देव चित्रित किया गया है। इसके अलावा इस पुराण में ज्ञान मार्ग एव भक्ति भाव का निरुपण किया गया है। कहा कि परंपरागत तौर पर इस पुराण के रचयिता वेद व्यास को माना जाता है। इसकी कथा के अनुसार पापात्मायें और प्रेत योनि में भटक रही आत्माएं कथा श्रवण से मुक्त हो जाती हैं।
आज की कथा में मुख्य रूप से राधेमोहन सिंह, एकलव्य सिंह, अजंलि देवी, किशुन चौहान, रामनाथ सिंह, आशीष चौधरी, श्वेता कुमारी, विनोद कुमार, सुरेन्द्र सिंह, अखंड प्रताप सिंह, ओमप्रकाश सिंह, रणधीर सिंह, पूजा सिंह, महावीर सिंह, शिव सिंह, उदय प्रताप सिंह, रजनी सिंह, वीरेंद्र सिंह, तारकेश्वर सिंह, सुभाष सिंह, गोल्डी सिंह, समरबहादुर सिंह, अंजली सिंह सहित सैकड़ों स्त्री-पुरुष उपस्थित थे। सबने मिलकर भागवत भगवान की आरती का गान किया एवं कथा प्रसाद ग्रहण किया।
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