एक साल से अधूरी पड़ी सड़क के निर्माण से क्षेत्रवासियों ने ली राहत की सांस

एक साल से अधूरी पड़ी सड़क के निर्माण से क्षेत्रवासियों ने ली राहत की सांस

करहाँ (मऊ) : पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के निर्माण से खराब हुई करहाँ मील से कोठिया-याकूबपुर मार्ग का मरम्मत कार्य पिछले एक साल से बाधित रहा। इससे करहाँ परिक्षेत्र के दर्जनों गांवों का आवागमन बेहद दुष्कर बना हुआ था। चुनाव बाद अब जाकर पांच किलोमीटर लंबी इस सड़क की पीडब्लूडी द्वारा मरम्मत होने और पिच कार्य किये जाने से लोंगो ने राहत की सांस ली है।

पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के निर्माण के दौरान जनपद की अनेक ग्रामीण सड़कें क्षतिग्रस्त हो गयी थीं। इनकी मरम्मत यूपीडा ने करवाया भी था, लेकिन किन्ही कारणों से करहां मील से कोठिया और याकूबपुर जाने वाली पांच किलोमीटर लंबी सड़क का कार्य बीच में ही रुक गया। पिछले एक वर्ष से राहगीरों, छात्र-छात्राओं, मरीजों, व्यापारियों, किसानों, वादकारियों, महिलाओं, मजदूरों आदि को इसी अधूरी सड़क से धूल-मिट्टी, गिट्टी-छर्री, गड्ढे व कीचड़ से होकर गुजरना पड़ता था। इससे प्रायः कई राहगीर गिरकर घायल भी हो चुके थे।

पता करने पर यह सड़क यूपीडा और पीडब्ल्यूडी के बीच विभागीय पेंच में फंसा नजर आया। क्षेत्रवासियों के अनेक शिकायतों एवं प्रयासों के बाद प्रदेश के ऊर्जा मंत्री ए.के. शर्मा की पहल पर कई सड़को के साथ गद्दोपुर से शमशाबाद, कोठिया, याकूबपुर के बीच इस पांच किलोमीटर लंबी सड़क को 18 लाख की लागत से मरम्मत के लिए स्वीकृति प्रदान की गई। इसके अंतर्गत अब चुनाव बाद इसके बनने से क्षेत्रवासियों ने संतोष प्रकट किया है। हालांकि कतिपय लोग इसकी गुणवत्ता पर सवाल भी उठा रहे हैं, लेकिन इस भीषण धूल भरी गर्मी और आगामी बरसात के मौसम को ध्यान में रखते हुए इसके बनने से राहगीरों को अवश्य राहत मिलेगी। जबकि ऐसी ही हालात आरएएफ महिला पीजी कॉलेज से भाँटीकला बंधा रोड की भी है। क्षेत्रीय लोंगो ने शीघ्रातिशीघ्र इसको भी पिच किये जाने की आवाज बुलंद की है।

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