न्यायिक कमीशन एक बार पुनः अधूरा, गुरुवार को फिर होगा
करहां (मऊ) : मुहम्मदाबाद गोहना तहसील व रानीपुर थानांतर्गत याकूबपुर गांव में उच्च न्यायालय के निर्देशों के अनुपालन में बुधवार को एक बार फिर न्यायिक कमीशन के लिए आये न्यायधीश, अधिकारियों, तकनीकी टीम के सदस्यों व पुलिस प्रशासन ने पसीना बहाया। देर शाम तक कड़ी मशक्कत के बावजूद पैमाइश अधूरी रही। गुरुवार को पुनः दोपहर से न्यायिक कमीशन का कार्य आगे बढ़ाया जाएगा।
गौरतलब हो कि गांव निवासी सेवानिवृत्त फौजी महेश सिंह के द्वारा हाईकोर्ट में जनहित याचिका के माध्यम से गांव की खोर व चकमार्ग पर अतिक्रमण का मामला उठाया गया है। उच्च न्यायालय के आदेश पर इसके पहले भी पैमाइश हुई थी लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला।
बुधवार को एक बार फिर पाक्सो एक्ट स्पेशल कोर्ट के जज जनार्दन प्रसाद यादव, पीडब्लूडी के अधिशासी अभियंता कमलाकांत सिंह, नायब तहसीलदार गौरव शाह, अधीक्षण अभियंता राजेश कुमार की देखरेख में राज्य, जिला व तहसील स्तरीय तकनीकी टीम के सदस्य प्रहलाद, सीताराम, ओमप्रकाश पांडेय, बलवंत कुमार, अंगद यादव आदि ने पैमाइश की। भुसुवां, नोहरेपुर, खरेवा, दतौली आदि गांवों की सरहद से न्यायालय द्वारा निर्देशित विधि से पैमाइश की गई। तेज धूप, उमस व गर्मी में जज, अधिकारी, कर्मचारी व पुलिस प्रशासन हलकान दिखे। सुरक्षा व्यवस्था में सीओ शीतला प्रसाद पांडेय, थानाध्यक्ष राजीव कुमार सिंह भारी पुलिस फोर्स के साथ मौजूद रहे।
याची महेश सिंह ने बताया कि जनहित में खोर व चकमार्ग पर लंबे समय से अतिक्रमण करने का मुद्दा उठाने पर उनके ऊपर बेवजह मुकदमा कर दिया गया। हालांकि बाद में उन्हें मुकदमा वापस करना पड़ा। मुझे माननीय न्यायालय पर पूरा भरोसा है। सत्य परेशान हो सकता है पराजित नहीं। शीघ्र ही उक्त मार्ग व खोर अवैध कब्जाधारकों से मुक्त होगी व रास्ता बहाल होगा।
इस अवसर पर ग्रामप्रधान प्रतिनिधि ज्ञानेंद्र सिंह, आरपी तिवारी, रामप्रभाव सिंह, वंशबहादुर, अरिमर्दन सिंह, सुमंत सिंह, दारा सिंह, मानवेंद्र प्रताप, रमाशंकर पासवान, त्रयंबक त्रिपाठी, अस्मित आदि दर्जनों ग्रामीण उपस्थित रहे।







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