जन्म जन्मांतर के पुण्यफल से मिलता है कथा प्रसाद : आचार्य महेश

जन्म जन्मांतर के पुण्यफल से मिलता है कथा प्रसाद : आचार्य महेश

करहाँ (मऊ) : मुहम्मदाबाद गोहना तहसील अंतर्गत दाऊदपुर फतेहपुर में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के पहले दिन मंडप प्रवेश, वेदी पूजन, आहुति एवं सायंकाल कथा हुई। श्रीकृष्ण योगमाया शक्तिपीठ अष्टभुजा विंध्याचल से पधारे कथा प्रवक्ता आचार्य महेश ने भागवत भगवान की पावन कथा सुनाई। उन्होंने कहा कि जब जन्म जन्मांतर के पुण्य फल उदित होते हैं तो भगवत कथा का प्रसाद प्राप्त होता है।

उन्होंने कथा विस्तार के क्रम में कहा कि यह सारा कुछ पूर्वजों के आशीर्वाद एवं मां भगवती पराम्बा की असीम कृपा अनुग्रह से फलित होता है। श्रीमद्भागवत कथा महोत्सव 21 पीढ़ी के पितरो को शांति प्रदान करती है। इस कथा का जो आयोजक होता है वह भी, और जो सुनता है वह भी दोनों महान पुण्य के भागी बनते है। कहा कि कभी भी हमें देव एवं पितृ कार्य में प्रमाद नहीं करना चाहिए। "देव पितृ कार्यम न प्रमतव्यम।"

पंडित महेश ने बताया कि आप सभी बड़े भाग्यवान और पुण्यवान हैं जो भगवान योगेश्वर कृष्ण की श्रीमद्भागवत सप्ताह ज्ञान कथा यज्ञ का फल प्राप्त किये हैं। ऐसे आयोजन का संकल्प, श्रवण एवं वरण करने वाले सभी मोक्ष को प्राप्त करते हैं। इसलिए आप सभी इस कथा के साक्षी बने हैं। क्योंकि सनातन धर्म में सब कुछ पूर्ण है। "पूर्णमिदह पूर्णमिदं पूर्णात पूर्णमुदच्यते। पूर्णस्य पूर्णमादाय पूर्णमेवावशिष्यते।।"

कथा प्रवक्ता महेश आचार्य ने बताया कि इस यज्ञ का आरंभ वरुण पूजन से होता है और पूर्णाहुति नारियल से होती है। जो व्यक्ति अपने पितरों के लिए "तर्पण, होम करहिं विधि नाना।" वह भगवान और पितरों का कृपापात्र बन जाता है।

इसके पूर्व यज्ञ के मुख्य यजमान सपत्निक रमेश सिंह ने कुटुम्ब, गांव-क्षेत्रवासियों सहित सैकड़ों लोंगो के साथ कलश यात्रा के साथ भागवत कथा यज्ञ की शुरुआत की। पंडित आशीष तिवारी व प्रियव्रत शुक्ल के निर्देशन में एकलव्य सिंह, सुधा देवी, रामाश्रय यादव, एकलव्य सिंह, राधेमोहन सिंह, सुरेन्द्र सिंह, श्वेता सिंह, अखंड प्रताप सिंह, ओमप्रकाश सिंह, रणधीर सिंह, पूजा सिंह, महावीर सिंह, शिव सिंह, उदय प्रताप सिंह, रजनी सिंह, वीरेंद्र सिंह, तारकेश्वर सिंह, सुभाष सिंह, गोल्डी सिंह, समरबहादुर सिंह, अंजली सिंह, प्रतिमा दूबे, तूफानी राम, सरिता चौहान, प्रेमशंकर सिंह, प्रभुनाथ राम, आशीष चौधरी सहित सैकड़ों श्रद्धालु श्रोतागण उपस्थित रहे।

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